Bihar Election 2025: बिहार में महागठबंधन की सीटों का फंसे पेंच सुलझाने पटना पहुंचे राहुल गांधी, तेजस्वी यादव से होगी मुलाकात
महागठबंधन में सीट शेयरिंग के पेंच सुलझाने राहुल की तेजस्वी से मुलाकात, CWC मीटिंग में एकजुटता का संदेश

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए विपक्षी महागठबंधन में सीट बंटवारे (Seat Sharing) के फंसे पेंच को सुलझाने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आज, बुधवार 24 सितंबर को, पटना पहुंच गए हैं। उनका यह दौरा बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि पिछले कई हफ्तों से आरजेडी, कांग्रेस और वाम दलों के बीच सीटों को लेकर खींचतान चल रही है। अपने इस दौरे पर राहुल गांधी, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और गठबंधन के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करेंगे, जिसका मुख्य एजेंडा ‘एकजुटता का संदेश’ देना और सीट शेयरिंग के अंतिम फॉर्मूले पर मुहर लगाना है।
‘सम्मानजनक’ सीटों पर अड़ी कांग्रेस, RJD नहीं है तैयार
सूत्रों के अनुसार, महागठबंधन में सबसे बड़ा पेंच कांग्रेस की सीटों की मांग को लेकर फंसा है। कांग्रेस इस बार 60 से 70 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, ताकि वह पूरे राज्य में अपना प्रभाव दिखा सके। पार्टी का तर्क है कि वह एक राष्ट्रीय दल है और उसे ‘सम्मानजनक’ हिस्सेदारी मिलनी ही चाहिए। वहीं, आरजेडी (RJD) 2020 के नतीजों का हवाला दे रही है, जहां कांग्रेस 70 सीटों पर लड़कर सिर्फ 19 ही जीत पाई थी। आरजेडी इस बार कांग्रेस को 40 से 50 सीटों से ज्यादा देने के मूड में नहीं है।
राहुल गांधी की एंट्री से क्या निकलेगा समाधान?
इस गतिरोध को तोड़ने के लिए ही राहुल गांधी को पटना आना पड़ा है। माना जा रहा है कि वह और तेजस्वी यादव ‘वन-टू-वन’ बैठक में इस मुद्दे को सुलझाएंगे। कांग्रेस चाहती है कि फैसला दिल्ली में हो, जबकि आरजेडी चाहती है कि बिहार की जमीनी हकीकत के आधार पर फैसला लिया जाए। राहुल गांधी का प्रयास होगा कि एक ऐसा बीच का रास्ता निकाला जाए, जिससे सभी सहयोगी दल संतुष्ट हों और गठबंधन एकजुट होकर चुनाव लड़े।
एकजुटता का संदेश देने की भी होगी कोशिश
एनडीए लगातार यह प्रचार कर रहा है कि महागठबंधन में ‘ऑल इज वेल’ नहीं है और यह गठबंधन चुनाव से पहले ही बिखर जाएगा। इस धारणा को तोड़ने के लिए, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव आज एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस भी कर सकते हैं। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए वे यह संदेश देने की कोशिश करेंगे कि महागठबंधन पूरी तरह से एकजुट है और नीतीश कुमार-बीजेपी गठबंधन को उखाड़ फेंकने के लिए तैयार है।
Bihar Election 2025: वाम दलों की सीटों पर भी होगी चर्चा
इस बैठक में सिर्फ कांग्रेस और आरजेडी ही नहीं, बल्कि वाम दलों (CPI-ML, CPI, CPI-M) की सीटों पर भी चर्चा होगी। 2020 में सीपीआई-माले (CPI-ML) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 19 में से 12 सीटें जीती थीं। इस बार वे भी अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। राहुल गांधी के इस दौरे पर सभी की निगाहें टिकी हैं, क्योंकि यहीं से यह तय होगा कि 2025 में एनडीए के खिलाफ महागठबंधन कितनी मजबूती से चुनाव लड़ेगा।