Bihar Chunav 2025: प्रशांत किशोर ने बीजेपी पर लगाए उम्मीदवारों को धमकाने के गंभीर आरोप, अमित शाह की फोटो दिखाकर खोला राज
बिहार चुनाव, प्रशांत किशोर का बड़ा आरोप- BJP उम्मीदवारों को अमित शाह से मिलवाकर नामांकन वापस करा रही
Bihar Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बीजेपी पर भारी आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के उम्मीदवारों को डराया-धमकाया जा रहा है, फुसलाया जा रहा है और यहां तक कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठाकर नामांकन वापस लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है। पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में किशोर ने इसे लोकतंत्र की सरेआम हत्या बताया। उन्होंने अमित शाह के साथ एक फोटो दिखाकर दावा किया कि अगवा की अफवाहें फैलाई जा रही हैं, जबकि उम्मीदवारों को बीजेपी के प्रभाव में लाया जा रहा है। बिहार चुनाव 2025 में यह विवाद नामांकन प्रक्रिया को और गरमा रहा है। जन सुराज का दावा है कि बीजेपी नया विकल्प दबाने की कोशिश कर रही है।
दानापुर सीट पर बड़ा ड्रामा, जन सुराज उम्मीदवार नामांकन तक नहीं पहुंचा
प्रशांत किशोर ने दानापुर विधानसभा सीट का खास जिक्र किया। यहां बड़े बाहुबली अपराधी रीत लाल यादव जेल में बंद हैं। किशोर ने कहा, जन सुराज के उम्मीदवार अखिलेश उर्फ मुटुर शाह निर्वाचन कार्यालय तक नहीं पहुंच सके। अफवाह उड़ी कि राजद के रीत लाल यादव ने उन्हें अगवा कर लिया। लेकिन हकीकत यह है कि वे नामांकन के दिन अमित शाह के साथ बैठे थे। उन्होंने अमित शाह और मुटुर शाह की फोटो दिखाकर साबित किया कि यह अगवा नहीं, बल्कि बीजेपी की साजिश है। किशोर ने बताया कि जन सुराज के तीन उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने नहीं दिया गया या वापस लेने का दबाव डाला गया। उन्होंने कहा, बीजेपी उम्मीदवारों को फुसलाने और गुमराह करने के हर तरीके अपना रही है।
यह घटना दानापुर में बाहुबली प्रभाव को दिखाती है। रीत लाल यादव का जेल में होना बीजेपी के लिए फायदा माना जा रहा है। जन सुराज का उम्मीदवार नामांकन न कर सका, जिससे पार्टी नाराज है। किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, यह लोकतंत्र की हत्या है। जनता के पास नया विकल्प था, लेकिन उसे दबाया जा रहा है। बिहार चुनाव 2025 में 243 सीटों पर वोटिंग होनी है। ऐसी घटनाएं विपक्ष को कमजोर कर सकती हैं।
बीजेपी पर हमला, उम्मीदवारों को अमित शाह से मिलवाकर दबाव
प्रशांत किशोर ने बीजेपी की रणनीति पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों को अमित शाह जैसे बड़े नेताओं के सामने ले जाकर नामांकन वापस लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है। यह दबाव डराने और फुसलाने का तरीका है। किशोर ने कहा, “बीजेपी हर संभव तरीके से जन सुराज को मैदान से हटाना चाहती है।” उन्होंने फोटो दिखाकर साफ किया कि अगवा की खबरें गलत हैं। यह सुनियोजित प्लान है। जन सुराज पार्टी ने दावा किया कि ऐसी घटनाएं लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर कर रही हैं।
बीजेपी की चुप्पी, राजनीतिक हलचल तेज
बीजेपी की ओर से अभी तक इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन प्रशांत किशोर के बयान ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। नामांकन के दौरान ऐसी घटनाएं आम हैं, लेकिन अमित शाह का नाम जोड़ना बड़ा मुद्दा बना। एनडीए मजबूत दिख रहा है, जबकि जन सुराज जैसे नए दल दबाव में हैं। बिहार चुनाव 2025 में वोटरों का फैसला अहम होगा। किशोर ने कहा कि जनता इन साजिशों को समझेगी। परिवार और समर्थक उम्मीद कर रहे हैं कि जांच हो। बिहार के लोग चाहते हैं कि चुनाव साफ हो। कोई धमकी न हो। विकास और नौकरी पर फोकस हो।




