Bihar Chunav: तेजस्वी की अधिकार यात्रा शुरू, नीतीश पर सीधा हमला, अमित शाह पटना पहुंचेंगे
तेजस्वी की अधिकार यात्रा शुरू, NDA ने दिया जवाब, कांग्रेस की भी तैयारी तेज।

Bihar Chunav: बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने आज ‘बिहार अधिकार यात्रा’ की शुरुआत की, जो नीतीश कुमार की सरकार पर तीखे सवाल उठाएगी। यात्रा में पटना, जहानाबाद और नालंदा में पांच रैलियां होंगी। दूसरी तरफ, एनडीए ने नीतीश को सीएम चेहरा घोषित किया है, जबकि कांग्रेस अपनी रणनीति बना रही है। उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने तेजस्वी की यात्रा को ‘नौटंकी’ बताकर चुनौती दी है। अमित शाह आज शाम पटना पहुंचेंगे।
यह यात्रा बिहार की जनता के अधिकारों के लिए है। तेजस्वी ने मसौढ़ी से पहली रैली की और कहा कि वे नीतीश को उनकी ही नालंदा सीट से हराएंगे। यात्रा का मकसद है भ्रष्टाचार और बेरोजगारी पर सरकार को घेरना। आरजेडी कार्यकर्ता उत्साहित हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि इससे विपक्ष मजबूत होगा।
तेजस्वी की यात्रा पर एनडीए का जवाब
सुबह 9:08 बजे तेजस्वी ने यात्रा शुरू की। दोपहर 10:54 बजे उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने तंज कसा, “यह नौटंकी है। चुनाव विकास और भ्रष्टाचार के बीच की लड़ाई है।” उन्होंने आरजेडी को चुनौती दी कि अगर वे इतने मजबूत हैं तो खुली बहस करें। चिराग पासवान ने कहा कि एनडीए नीतीश के नेतृत्व में लड़ेगा, लेकिन 2030-35 में उनकी पार्टी का दावा मजबूत होगा। सुबह 9:59 बजे यह बयान आया।
बीजेपी ने ‘चलो जीते हैं’ रथ यात्रा शुरू की, जो 243 सीटों पर चलेगी। यह कैंपेन एनडीए की एकजुटता दिखाएगा।
कांग्रेस की तैयारी और अन्य अपडेट
कांग्रेस ने 24 सितंबर को पटना में वर्किंग कमिटी मीटिंग बुलाई है। राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल होंगे। सुबह 9:34 बजे यह ऐलान हुआ। पार्टी ने 39 सदस्यीय चुनाव समिति गठित की, जिसमें राजेश कुमार राम और शकील अहमद खान शामिल हैं। यह समिति सीट बंटवारे और रणनीति पर काम करेगी।
मुख्यमंत्री नीतीश ने सुबह 10:13 बजे मजदूरों के खाते में 802.46 करोड़ रुपये डालने की घोषणा की। यह चुनावी वादा ग्रामीण वोटरों को लुभाने का प्रयास है। अमित शाह शाम 7:30 बजे पटना पहुंचेंगे और कल देहरी में कार्यक्रम करेंगे।
चुनावी माहौल का जायजा
बिहार चुनाव में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच कांटे की टक्कर है। तेजस्वी की यात्रा महागठबंधन को जोड़ेगी, जबकि एनडीए नीतीश पर दांव लगाएगा। कांग्रेस सीट शेयरिंग पर मंथन कर रही है। वैशाली जैसे जिलों में ग्रामीण मतदाता निर्णायक होंगे। विशेषज्ञ कहते हैं कि यह चुनाव विचारधारा की लड़ाई बनेगा।