पटनाबिहारराजनीति

महागठबन्धन में शाह मात की खेल जारी,सभी दलों के सुप्रीमो एक दूसरे के साथ सीट शेयरिंग के लिए वार्ता को नेताओं को कर रहे हैं अधिकृत। सुप्रीमो की एक साथ बैठक नही होने से बिगड़ सकता है खेल।तीसरा फ्रंट बनने की है उम्मीद।

महागठबन्धन में हास्य व्यंग्य प्रतियोगिता जारी है, तेजश्वी यादव ने महागठबन्धन नेताओं को किसी भी बातचीत के लिए प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द से मिलने की सलाह के साथ कहा है कि राजद सुप्रीमो लालू यादव ,रावडी देवी या तेजप्रताप,मीसा भारती या किसी भी लालू फैमिली से मिलने की कोई जरूरत नहीं है। जगदानन्द सिंह ही नेतृत्व और सीट शेयरिंग से लेकर हर बात करेंगे। तेजश्वी यादव के इस पहल से आहत हम प्रमुख जीतनराम मांझी ने अपने ब्लॉक प्रमुख राजन राज को अधिकृत किया और कहा कि जो बात करनी है बो करेंगे। इस सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी कोषाध्यक्ष राजेश यादव और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष की तीन सदस्यीय कमिटि बनाई और कहा कि राजद से जो भी बातचीत करना है, उसके लिए इनको ही अधिकृत किया गया है। दरअसल इन नेताओं को कॉन्ग्रेस पर बहुत भरोसा था, पर कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल को राजद ने औकात बताने में एक मिनट देरी नहीं की। वैसे कुशवाहा,मांझी तो पहले ही राजद की कार्य शैली से आहत थे। जब राजद की हठधर्मिता का अहसास हुआ तो दोनों दलों ने हास्य व्यंग्य प्रतियोगिता शुरू कर दिया। वैसे लग रहा कि मांझी एनडीए में जाएंगे, वीआईपी मुकेश साहनी राजद के साथ रहेंगे। उपेंद्र कुशवाहा के बारे में जो बात सामने आ रही है उसके अनुसार बिहार में तीसरा फ्रंट बनने की उम्मीद है, जिसमें रालोसपा, जन अधिकार पार्टी,जसवंत सिन्हा की पार्टी एक साथ होगी। ऐसे कांग्रेस को भी तीसरा फ्रंट में लाने की कवायद तेज हो गई है। अगर सूत्रों से मिली जानकारी पर भरोसा किया जाय तो बिहार विधानसभा चुनाव के पूर्व तीसरा फ्रंट बनने के आसार दिख रहे हैं।

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