Mahagathbandhan Seat Sharing: RJD को 130, कांग्रेस को 50, वीआईपी-लेफ्ट को 35, जानें पूरा फॉर्मूला
तेजस्वी के नेतृत्व में RJD को सबसे ज्यादा 130 सीटें, कांग्रेस को 50, VIP को 20, और वाम दलों को 35 सीटें।

Mahagathbandhan Seat Sharing: पटना, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की जंग तेज हो गई है। महागठबंधन ने सीट बंटवारे का फाइनल फॉर्मूला तैयार कर लिया है। सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) को सबसे बड़ा हिस्सा मिलेगा। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में गठबंधन ने 243 सीटों पर अपनी रणनीति तय की है। यह फैसला जल्द आधिकारिक रूप से घोषित होगा। गठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस, वीआईपी, लेफ्ट पार्टियां, झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और पारस गुट शामिल हैं। चुनाव में नौकरी और विकास के मुद्दे प्रमुख होंगे। यह बंटवारा एनडीए को कड़ी टक्कर दे सकता है। अगर आप बिहार के वोटर हैं, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है।
फाइनल फॉर्मूला: RJD को सबसे ज्यादा, कांग्रेस को 50
महागठबंधन की समन्वय समिति की बैठक में सीट बंटवारा तय हुआ। आरजेडी को 130 सीटें मिलेंगी, जो गठबंधन का सबसे बड़ा हिस्सा है। कांग्रेस को 50 सीटें दी गई हैं, हालांकि पहले वे 70 से ज्यादा की मांग कर रही थीं। लेकिन समझौते से सब संतुष्ट हैं। विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को 20 सीटें मिलेंगी, मुख्य रूप से निषाद वोट बैंक वाले इलाकों से। लेफ्ट पार्टियों को कुल 35 सीटें दी गई हैं। इसमें सीपीआई(एमएल) को करीब 20, सीपीआई को 8 और सीपीआई(एम) को 7 सीटें। ये पार्टियां सीमांचल, मगध और तिरहुत क्षेत्रों में मजबूत उम्मीदवार उतारेंगी।
JMM और पारस गुट को छोटा हिस्सा
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) को 6 सीटें मिलेंगी, जो मुख्य रूप से सीमांचल और झारखंड सीमा से सटे इलाकों से होंगी। पशुपति कुमार पारस की पार्टी, लोजपा (रामविलास) गुट को सिर्फ 2 सीटें दी गई हैं। यह बंटवारा गठबंधन की एकता दिखाता है। तेजस्वी यादव ने कहा कि यह फॉर्मूला जनता की एकजुटता का प्रतीक है। आधिकारिक घोषणा जल्द संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में होगी, जहां सीटों की पूरी लिस्ट जारी की जाएगी।
रणनीति: नौकरी बनाम दावे, सवर्णों को ज्यादा टिकट
महागठबंधन चुनाव ‘नौकरी बनाम दावे’ के मुद्दे पर लड़ेगा। आरजेडी ने 10 लाख नौकरियों का वादा किया है। सवर्ण जातियों को ज्यादा टिकट देकर गठबंधन का वोट बैंक मजबूत होगा। तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे। गठबंधन का दावा है कि वे एनडीए को सत्ता से हटाएंगे। यह फॉर्मूला बेरोजगारी और पलायन जैसे मुद्दों पर फोकस करेगा।
एनडीए पर चुनौती: तीसरा मोर्चा भी मैदान में
यह बंटवारा एनडीए के 125 सीटों के दावे को कड़ी टक्कर देगा। जन सुराज पार्टी (जेएसपी) जैसे तीसरे मोर्चे भी मैदान में हैं। महागठबंधन का मानना है कि एकजुटता से जीत निश्चित है। बिहार के 7.43 करोड़ मतदाता 6 और 11 नवंबर को वोट डालेंगे। मतगणना 14 नवंबर को।