
Bihar News: बिहार की राजनीति में चुनावी माहौल गर्माते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं को जोरदार उपहार दिया है। सोमवार 6 अक्टूबर 2025 को, चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस से महज कुछ घंटे पहले, नीतीश सरकार ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत अतिरिक्त 21 लाख महिलाओं के बैंक खातों में 10-10 हजार रुपये की पहली किस्त ट्रांसफर कर दी। यह तीसरा चरण है, जिसमें कुल 2,100 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ। अब तक योजना के तीन चरणों में 1.21 करोड़ महिलाएं लाभान्वित हो चुकी हैं। यह कदम मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट लागू होने से ठीक पहले उठाया गया, जिससे विपक्ष ने इसे चुनावी दांव बताया। साथ ही, नीतीश ने पटना मेट्रो का उद्घाटन भी किया। महिलाएं खुश हैं, लेकिन सवाल उठ रहा है कि क्या यह वाकई सशक्तिकरण है या वोट बैंक की राजनीति?
योजना का तीसरा चरण: कैसे हुआ ट्रांसफर?
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का यह तीसरा चरण सबसे तेजी से लागू हुआ। पहले चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 75 लाख महिलाओं को पैसे भेजे। दूसरे चरण में 3 अक्टूबर को नीतीश ने 25 लाख महिलाओं को 10 हजार रुपये दिए। अब तीसरे चरण में 21 लाख और महिलाओं को यह राशि पहुंचाई गई। कुल 1.21 करोड़ महिलाओं के खाते में 10-10 हजार रुपये जमा हो चुके हैं। यह ट्रांसफर डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) से किया गया, ताकि पारदर्शिता बनी रहे। लाभार्थी महिलाओं को जीविका दीदी स्वयं सहायता समूहों से जुड़ना अनिवार्य है। योजना का मकसद महिलाओं को रोजगार शुरू करने में मदद करना है। छह महीने बाद रोजगार मूल्यांकन के आधार पर प्रति महिला 2 लाख तक की अतिरिक्त सहायता मिल सकती है।
Bihar News: रोजगार से सशक्तिकरण की राह
यह योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने पर केंद्रित है। 10 हजार रुपये की एडवांस राशि से वे छोटे-मोटे रोजगार शुरू कर सकती हैं, जैसे कि सिलाई, दुकान या ग्रामीण उत्पादन। सरकार का कहना है कि इससे पलायन रुकेगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। लाभार्थी महिलाओं में ज्यादातर ग्रामीण इलाकों की हैं, जो जीविका समूहों से जुड़ी हैं। एक लाभार्थी ने कहा, “यह पैसा हमें नई जिंदगी देगा। अब घर चलाना आसान होगा। लेकिन शर्त है कि महिलाएं समूहों में सक्रिय रहें। अगर मूल्यांकन में सफल रहीं, तो अगली किस्त मिलेगी। यह योजना बिहार की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का बड़ा कदम है।
मेट्रो उद्घाटन के साथ विकास का संदेश
ट्रांसफर के अलावा, नीतीश ने पटना मेट्रो का उद्घाटन किया, जो शहर की ट्रैफिक समस्या हल करेगा। सरकार का दावा है कि ये कदम बिहार को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। लेकिन विपक्ष पूछ रहा है कि क्या ये वादे पूरे होंगे? महिलाओं का कहना है कि पैसा तो मिला, लेकिन रोजगार की गारंटी दें। यह योजना बिहार चुनाव में बड़ा मुद्दा बनेगी। अगर आप भी लाभार्थी हैं, तो जीविका समूह से जुड़ें। बिहार की महिलाएं अब आगे बढ़ने को तैयार हैं।