Jharkhand News: झारखंड गढ़वा में झूठी इज्जत का क्रूर कांड, पिता ने नाबालिग बेटी और नवजात पोते की गला घोंटकर ली जान, शव दफनाए
गढ़वा में दिल दहलाने वाली घटना, पिता ने 17 साल की बेटी और एक दिन के बच्चे की गला घोंटकर हत्या की।

Jharkhand News: झारखंड के गढ़वा जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई है। मेराल थाना इलाके के ओरैया गांव में एक पिता ने अपनी 17 साल की नाबालिग बेटी और उसके एक दिन के नवजात बच्चे की बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपी ने झूठी शान के नाम पर यह कदम उठाया। पुलिस ने सोमवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसकी निशानदेही पर शव बरामद किए। यह कांड परिवार की कुरीतियों को उजागर कर रहा है। स्थानीय लोग सदमे में हैं और कह रहे हैं कि ऐसी घटनाएं समाज को शर्मसार करती हैं। पुलिस अब पूरे मामले की जांच कर रही है।
घटना कैसे हुई? अस्पताल से घर लौटते वक्त का हादसा
यह दुखद कांड 2 अक्टूबर 2025 को शुरू हुआ। राधिका कुमारी नाम की नाबालिग ने गढ़वा सदर अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया। राधिका का प्रेम संबंध पलामू जिले के एक युवक से था और वह घर से भागकर उससे शादी कर ली थी। पिता अनिल चौधरी को यह बात बर्दाश्त नहीं हुई। करीब 4-5 महीने पहले राधिका के पति को पॉस्को कानून के तहत जेल भेजा गया था, लेकिन बाद में रिहा हो गया। 5 अक्टूबर को राधिका और उसके बच्चे के लापता होने की खबर मिली। पति ने थाने में शिकायत की और ससुर पर शक जताया। पुलिस ने जांच की तो सच्चाई सामने आई। आरोपी ने कबूल किया कि उसने बेटी और पोते का गला घोंटकर मार डाला और शवों को गांव में सुनसान जगह पर दफना दिया।
पुलिस की तेज कार्रवाई
मेराल पुलिस को 5 अक्टूबर को शिकायत मिली। प्रभारी विष्णुकांत ने टीम बनाकर छानबीन की। सोमवार को आरोपी को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में अपराध कबूल करने के बाद पुलिस ने शव बरामद किए। भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया। आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए रांची के रिम्स अस्पताल भेजा गया। प्रभारी ने कहा कि यह झूठी शान का मामला है और सख्त कार्रवाई होगी।
समाज पर क्या असर?
यह घटना इज्जत के नाम पर होने वाली हत्याओं को फिर से सामने ला रही है। ग्रामीण इलाकों में लड़कियों पर परिवार का दबाव बहुत है। स्थानीय लोग कहते हैं कि शिक्षा और जागरूकता से ऐसी घटनाएं रुकेंगी। एनजीओ ने परिवार की मदद का ऐलान किया है। सरकार को चाहिए कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए सख्त कानून लागू करे।