Bihar Chunav 2025: NDA सीट बंटवारे का फॉर्मूला फाइनल, प्रेशर पॉलिटिक्स से ऊपर म्यूचुअल सहमति
बिहार चुनाव 2025, NDA सीट बंटवारे का फॉर्मूला फाइनल, BJP-JDU को 101-101 सीटें

Bihar Chunav 2025: पटना, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए एनडीए ने सीट बंटवारे का फॉर्मूला फाइनल कर लिया है। यह निर्णय बिल्कुल सधी हुई समझदारी से भरा है, जिसमें प्रेशर पॉलिटिक्स की बजाय म्यूचुअल सहमति की छाप ज्यादा दिखाई देती है। भाजपा और जेडीयू बराबर की भूमिका में हैं, जबकि बाकी दलों की सीटों में भी तार्किकता है। कुल 243 सीटों में भाजपा को 101, जेडीयू को 101, चिराग पासवान की एलजेपी (आरवी) को 29, जीतनराम मांझी की हम को 6 और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएम को 6 सीटें मिली हैं। यह फॉर्मूला एनडीए की एकता को मजबूत करेगा और महागठबंधन को चुनौती देगा।
एनडीए का सौहार्दपूर्ण फैसला
एनडीए के सहयोगियों ने सौहार्दपूर्ण माहौल में सीट वितरण पूरा किया। भाजपा और जेडीयू को बराबर 101-101 सीटें मिलीं, जो दोनों दलों की समान भूमिका दर्शाता है। 2020 में भाजपा ने 110 और जेडीयू ने 115 सीटें लड़ीं थीं, लेकिन इस बार बराबरी का फैसला एकता का प्रतीक है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, हम एनडीए परिवार ने सहमति से फैसला लिया। सभी कार्यकर्ता इसका स्वागत करेंगे। यह फॉर्मूला प्रेशर ग्रुप्स से ऊपर उठकर म्यूचुअल रिस्पेक्ट दिखाता है। कुल 243 में 3 सीटें अभी बाकी हैं, जो जल्द तय होंगी।
लोजपा की रणनीति: 29 सीटें, पिछले चुनावों से सबक
चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 29 सीटें मिली हैं। यह पहली बार है जब लोजपा पूर्ण रूप से एनडीए के साथ चुनाव लड़ रही है। 2020 में एनडीए से अलग होकर 135 सीटों पर लड़ी थी, लेकिन केवल 1 जीती। 2015 में 42 सीटों पर लड़ी, जब जेडीयू एनडीए का हिस्सा नहीं थी। 2010 में 75 सीटों पर आरजेडी के साथ गठबंधन में लड़ी। इस बार 29 सीटें म्यूचुअल सहमति से मिलीं, जो प्रेशर पॉलिटिक्स की बजाय तार्किक फैसला दर्शाता है। चिराग ने कहा, हम एनडीए के साथ मजबूत हैं। 2024 लोकसभा में 5/5 जीत का फायदा मिला।
जीतनराम मांझी को सम्मान: 6 सीटें
जीतनराम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) को 6 सीटें मिलीं। पिछली बार 7 सीटें थीं, लेकिन इस बार उनका सम्मान बढ़ा है। उनके पास एक लोकसभा सीट, एक केंद्रीय मंत्री पद और 6 विधानसभा सीटें हैं। मांझी ने कहा, एनडीए ने हमारा सम्मान किया।” 2020 में 7 सीटों पर लड़े और 4 जीतीं। यह फॉर्मूला मांझी के दलित वोट बैंक को मजबूत करेगा।
उपेंद्र कुशवाहा की स्थिति: 6 सीटें
उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएम) को 6 सीटें मिलीं। कुशवाहा राज्यसभा सदस्य हैं और केंद्रीय मंत्री बन सकते हैं। 2020 में 99 सीटों पर लड़े, लेकिन कोई नहीं जीती। इस बार 6 सीटें म्यूचुअल सहमति से मिलीं, जो उनकी कोशिश का नतीजा है। कुशवाहा ने कहा, एनडीए का फैसला तार्किक है।