Bihar Election Opinion Poll: बिहार में चुनाव से पहले CM की रेस में बड़ा उलटफेर, नीतीश-तेजस्वी को पछाड़ प्रशांत किशोर बने जनता की पहली पसंद, सर्वे ने चौंकाया
ओपिनियन पोल: PK 35%, तेजस्वी 28%, नीतीश 22%; जन सुराज की लोकप्रियता से NDA-MGB पर संकट

Bihar Election Opinion Poll: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों के ऐलान से ठीक पहले, राज्य के मुख्यमंत्री पद को लेकर हुए एक बड़े ओपिनियन पोल ने बिहार की राजनीति में एक नया भूचाल ला दिया है। सूत्रों से मिले इस सर्वे के नतीजों ने सभी राजनीतिक पंडितों को हैरान कर दिया है, क्योंकि इसमें जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर (पीके) ने लोकप्रियता के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, दोनों को पीछे छोड़ दिया है। यह सर्वे बताता है कि बिहार की जनता इस बार एक नया और गैर-पारंपरिक चेहरा चाहती है।
प्रशांत किशोर CM पद की पहली पसंद बनकर उभरे
सूत्रों के अनुसार, जब सर्वे में लोगों से पूछा गया कि वह अगले मुख्यमंत्री के तौर पर किसे देखना चाहते हैं, तो सबसे ज्यादा लोगों ने प्रशांत किशोर का नाम लिया। इस सर्वे में:
- प्रशांत किशोर (जन सुराज) 35% लोगों की पहली पसंद बने।
- तेजस्वी यादव (आरजेडी) 28% लोगों के साथ दूसरे स्थान पर रहे।
- नीतीश कुमार (जेडीयू) सिर्फ 22% लोगों ने उन्हें अपनी पहली पसंद बताया।
- सम्राट चौधरी (बीजेपी) 10% लोगों ने उनके पक्ष में वोट दिया।
यह आंकड़े साफ इशारा कर रहे हैं कि प्रशांत किशोर की महीनों लंबी ‘जन सुराज पदयात्रा’ का जमीन पर गहरा असर पड़ा है और वह नीतीश-तेजस्वी के पारंपरिक वोट बैंक में बड़ी सेंधमारी कर रहे हैं।
नीतीश कुमार की लोकप्रियता में भारी गिरावट
इस सर्वे का सबसे चौंकाने वाला पहलू मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की लोकप्रियता में आई भारी गिरावट है। 22% के साथ तीसरे नंबर पर खिसक जाना उनके लिए एक बड़ी चिंता का विषय है। यह दिखाता है कि 18 साल से ज्यादा के शासन के बाद अब उनके खिलाफ एक मजबूत एंटी-इनकंबेंसी (सत्ता विरोधी लहर) काम कर रही है। वहीं, तेजस्वी यादव की लोकप्रियता बनी हुई है, लेकिन वह भी प्रशांत किशोर से काफी पीछे रह गए हैं।
Bihar Election Opinion Poll: क्या ‘किंग मेकर’ से ‘किंग’ बनेंगे प्रशांत किशोर?
यह सर्वे बिहार की राजनीति के लिए एक ‘गेम चेंजर’ साबित हो सकता है। अब तक प्रशांत किशोर को सिर्फ एक ‘किंग मेकर’ के तौर पर देखा जा रहा था, जो वोट काटकर एनडीए या महागठबंधन का खेल बना या बिगाड़ सकते हैं। लेकिन, सीएम चेहरे के तौर पर सबसे आगे निकलने के बाद, अब यह सवाल उठने लगा है कि क्या वह ‘किंग मेकर’ से खुद ‘किंग’ बनने की दौड़ में शामिल हो गए हैं?
हालांकि यह सिर्फ एक ओपिनियन पोल है और जमीनी हकीकत वोटिंग के दिन ही सामने आएगी, लेकिन इसने यह साफ कर दिया है कि बिहार 2025 का चुनाव अब सिर्फ दो-ध्रुवीय नहीं रहा है। प्रशांत किशोर एक तीसरे और बेहद मजबूत ध्रुव के रूप में उभरे हैं, जो दोनों गठबंधनों का पूरा खेल खराब करने का माद्दा रखते हैं।