Bihar Politics: तेजस्वी यादव की रैली में पीएम मोदी की मां को दी गई गाली? BJP ने वीडियो शेयर कर बोला बड़ा हमला, 'संस्कारों' पर घेरा
वायरल वीडियो से सियासी बवाल, 'संस्कारों' पर घेराबंदी, RJD ने बताया फर्जी

Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की चुनावी सरगर्मी के बीच एक बड़े विवाद ने तूल पकड़ लिया है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने एक वीडियो जारी कर आरोप लगाया है कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां (दिवंगत हीराबेन) के खिलाफ अभद्र और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया है। बीजेपी नेताओं द्वारा इस वायरल वीडियो को शेयर किए जाने के बाद बिहार की सियासत में उबाल आ गया है। बीजेपी ने इसे आरजेडी की ‘संस्कृति’ और ‘संस्कार’ से जोड़ते हुए तेजस्वी यादव और उनके गठबंधन पर चौतरफा हमला बोल दिया है। यह विवाद ऐसे समय में आया है जब राज्य में चुनाव प्रचार जोर पकड़ रहा है और हर छोटा-बड़ा मुद्दा राजनीतिक रंग ले रहा है।
बीजेपी द्वारा शेयर किए गए वीडियो में क्या है?
बीजेपी नेताओं द्वारा सोशल मीडिया पर जो वीडियो क्लिप साझा की गई है, वह तेजस्वी यादव की किसी हालिया जनसभा की बताई जा रही है। वीडियो में तेजस्वी यादव मंच से संबोधित करते दिख रहे हैं। इसी दौरान, कथित तौर पर मंच से या मंच के ठीक नीचे से कोई व्यक्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां का नाम लेकर अभद्र टिप्पणी करता है और गाली-गलौज वाली भाषा का इस्तेमाल करता है। वीडियो में यह भी दिख रहा है कि इस आपत्तिजनक नारेबाजी के दौरान तेजस्वी यादव मंच पर ही मौजूद हैं, हालांकि वह अपना भाषण जारी रखते हैं। बीजेपी का आरोप है कि तेजस्वी यादव ने इस शर्मनाक नारेबाजी को रोकने का कोई प्रयास नहीं किया, जो उनकी सहमति को दर्शाता है।
बीजेपी का तीखा हमला, ‘यही है आरजेडी का असली संस्कार’
इस वीडियो के सामने आते ही बीजेपी, आरजेडी पर हमलावर हो गई है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा, “यह आरजेडी के ‘जंगलराज’ के संस्कारों को दिखाता है। राजनीतिक विरोध अपनी जगह है, लेकिन किसी की दिवंगत मां के लिए, जो इस दुनिया में भी नहीं हैं, ऐसे शब्दों का प्रयोग करना पूरे बिहार और भारतीय संस्कृति को शर्मसार करने वाला है।” उन्होंने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग अपने परिवार के संस्कारों की दुहाई देते हैं, उनकी रैली में मां-बहन की गालियां दी जा रही हैं और वह चुपचाप सुनते रहते हैं।
‘नारी सम्मान’ और ‘मातृशक्ति’ पर गरमाई सियासत
बीजेपी के अन्य नेताओं ने भी इस मुद्दे को ‘नारी सम्मान’ से जोड़ा है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि यह घटना आरजेडी की मानसिकता को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि यह संयोग नहीं है कि यह घटना शारदीय नवरात्रि (जो 22 सितंबर से शुरू हो रही है) से ठीक पहले हुई है, जब पूरा देश मातृशक्ति की वंदना करने की तैयारी कर रहा है। ऐसे समय में प्रधानमंत्री की दिवंगत मां का अपमान यह दिखाता है कि आरजेडी के मन में महिलाओं के लिए कोई सम्मान नहीं है। बीजेपी आईटी सेल ने इस वीडियो को तेजी से प्रसारित किया है और इसे “संस्कारों की लड़ाई” बनाम “जंगलराज की वापसी” के तौर पर पेश किया है।
Bihar Politics: आरजेडी ने दी सफाई, वीडियो को बताया ‘फर्जी’ या ‘तोड़-मरोड़’
इस पूरे विवाद पर आरजेडी की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है। पार्टी के कुछ प्रवक्ताओं ने इस वीडियो को ‘फर्जी’ या ‘तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया’ बताया है। आरजेडी का आरोप है कि बीजेपी चुनाव में हार के डर से जानबूझकर गैर-जरूरी मुद्दों को तूल दे रही है और ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। आरजेडी का कहना है कि तेजस्वी यादव की रैलियों में लाखों की भीड़ उमड़ रही है, जिसे देखकर बीजेपी घबरा गई है और इस तरह के ‘फेक वीडियो’ का सहारा ले रही है। हालांकि, बीजेपी ने आरजेडी के इस दावे को खारिज कर दिया है और वीडियो की फोरेंसिक जांच कराने की मांग की है।
बहरहाल, यह वीडियो क्लिप बिहार के चुनावी माहौल में एक बड़ा भावनात्मक मुद्दा बन गया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह के व्यक्तिगत हमले और अभद्र भाषा का इस्तेमाल चुनाव के ध्रुवीकरण को और तेज कर सकता है। अब देखना यह होगा कि यह विवाद कितना आगे बढ़ता है और चुनाव आयोग इस पर कोई संज्ञान लेता है या नहीं।