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Bihar Chunav: बिहार सियासत में भूचाल, संजय सिसोदिया ने प्रशांत किशोर को ठहराया नया ठग

 पीके पर हमला, जन सुराज पार्टी' पर 'ठगी' का आरोप, मुकदमा दर्ज होने का दावा।

Bihar Chunav: बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच जनतंत्र मोर्चा और टीम अन्ना हजारे के अध्यक्ष संजय सिसोदिया ने जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (पीके) पर जोरदार हमला बोला है। पटना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिसोदिया ने पीके को ‘तवायफ’ और ‘ठग’ जैसे अपशब्दों से नवाजा। उन्होंने दावा किया कि पीके पर पाटलिपुत्र थाने में धारा 420 (धोखाधड़ी) का मुकदमा दर्ज है। सिसोदिया का यह तीखा प्रहार बिहार की राजनीति में नई बहस छेड़ रहा है, जहां युवाओं को लुभाने वाली जन सुराज पर सवाल उठ रहे हैं। विपक्षी दलों ने इसे सियासी साजिश बताया, जबकि सिसोदिया ने इसे जनता की आवाज कहा।

प्रशांत किशोर पर 420 का केस दर्ज

प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिसोदिया ने पीके की नई पार्टी को निशाना बनाते हुए कहा- बिहार में ठगों की पहले से ही भरमार थी, अब एक नया ठग आ गया है। जिस पर 420 का केस दर्ज है और जो गरीबों को झूठे सपने दिखा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि पीके बेरोजगारी और पलायन रोकने के नाम पर परिवार कार्ड के बहाने 10-10 रुपये वसूल रहे हैं। अगर पूरे बिहार से यह रकम ली जाए, तो 100 करोड़ रुपये की ठगी हो जाएगी। इतना ही नहीं, उम्मीदवार बनाने के लिए 21,000 रुपये शुल्क लेने का भी इल्जाम लगाया। सिसोदिया ने पीके की तुलना तवायफ से करते हुए कहा- जब तवायफ का धंधा मंदा पड़ता है, तो वो पान की दुकान खोल लेती है, ठीक वैसा ही काम प्रशांत किशोर जन सुराज की आड़ में कर रहे हैं।”

पीके के पुराने कनेक्शन पर सवाल

सिसोदिया ने पीके के राजनीतिक सफर पर भी चुटकी ली। उन्होंने कहा कि पीके कभी नीतीश कुमार के करीबी रहे, तेजस्वी यादव के साथ चुनाव प्रचार किया, लेकिन अब उन्हीं नेताओं पर उंगली उठा रहे हैं। शराबबंदी खत्म करने और 20 हजार करोड़ राजस्व वसूली के पीके के बयान पर सिसोदिया ने कटाक्ष किया, “प्रशांत किशोर मानसिक रूप से बीमार हो गए हैं, उन्हें इलाज की जरूरत है। उनका तर्क था कि शराबबंदी से महिलाओं की सुरक्षा बढ़ी है, और इसे कमजोर करना अपराध है।

सिसोदिया ने जोर देकर कहा कि उनका संगठन राजनीतिक नहीं है, बल्कि सामाजिक आंदोलन का हिस्सा है। टीम अन्ना के आंदोलन से कई कानून बने, जैसे NOTA बटन, जो लोकतंत्र को मजबूत करता है। उन्होंने पीके से अपील की कि जनता को धोखा न दें।

राजनीतिक हलचल और प्रतिक्रिया

यह हमला बिहार चुनाव के लिए नया मोड़ ला सकता है। जन सुराज पार्टी, जो तीसरे मोर्चे के रूप में उभर रही है, पर सवालों का दौर शुरू हो गया। विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा, “ठगी का आरोप लगाने वाले खुद की जांच कराएं।” वहीं, बीजेपी ने चुप्पी साध रखी है। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि सिसोदिया का यह बयान युवा वोटरों को प्रभावित करेगा, खासकर जहां पीके की पार्टी बेरोजगारी पर फोकस कर रही है। संजय सिसोदिया का संगठन अन्ना आंदोलन की विरासत पर जोर देता है। वे कहते हैं कि सच्चा बदलाव आंदोलन से आता है, न कि पैसे से। पीके की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई, लेकिन उनके समर्थक इसे सियासी साजिश बता रहे हैं।

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