Ghaziabad Fake Embassy: गाजियाबाद में फर्जी दूतावास का भंडाफोड़, हर्षवर्धन जैन गिरफ्तार, लग्जरी गाड़ियां और नकली दस्तावेज बरामद
कविनगर में फर्जी दूतावास का भंडाफोड़, हर्षवर्धन जैन गिरफ्तार, नकली दस्तावेज और लग्जरी गाड़ियां बरामद

Ghaziabad Fake Embassy: गाजियाबाद के कविनगर में एक आलीशान कोठी में यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने छापा मारकर एक फर्जी दूतावास का पर्दाफाश किया है। इस छापेमारी में हर्षवर्धन जैन नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया, जो खुद को वेस्ट आर्कटिका, सबोरगा, पॉलविया और लोडोनिया जैसे काल्पनिक देशों का राजदूत बताता था। यह घटना 22 जुलाई 2025 को हुई, जिसने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया।
फर्जी दूतावास का खेल
हर्षवर्धन जैन ने गाजियाबाद की पॉश कॉलोनी कविनगर में एक किराए की कोठी को ‘वेस्ट आर्कटिका दूतावास’ में बदल दिया था। उसने नकली डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट वाली चार लग्जरी गाड़ियां, 12 फर्जी पासपोर्ट, विदेश मंत्रालय की नकली मुहर वाले दस्तावेज, दो फर्जी पैन कार्ड, 34 नकली मुहरें और 44.7 लाख रुपये नकद के साथ विदेशी मुद्रा भी रखी थी। वह इनका इस्तेमाल लोगों को ठगने और विदेश में नौकरी का झांसा देने के लिए करता था।
Ghaziabad Fake Embassy: जानें कैसे करता था ठगी?
हर्षवर्धन जैन ने खुद को ‘बैरन’ और ‘राजदूत’ बताकर लोगों को प्रभावित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के साथ फोटोशॉप की गई तस्वीरें बनाई थीं। वह कंपनियों और लोगों को विदेश में नौकरी और बिजनेस डील का लालच देकर ठगता था। पुलिस को शक है कि वह हवाला के जरिए अवैध पैसे का लेन-देन भी करता था। उसका पहले भी विवादित गॉडमैन चंद्रास्वामी और हथियार डीलर अदनान खशोगी से संबंध रहा है।
STF ने की बड़ी कार्रवाई
यूपी STF की नोएडा यूनिट को केंद्रीय एजेंसियों से सूचना मिली थी, जिसके बाद 22 जुलाई को छापा मारा गया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अमिताभ यश ने बताया कि जैन ने काल्पनिक देशों के नाम पर यह फर्जी दूतावास कई सालों से चला रखा था। छापे में चार गाड़ियां, 18 अतिरिक्त नकली नंबर प्लेट और दो फर्जी प्रेस कार्ड भी बरामद हुए। कविनगर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर जांच शुरू हो गई है।