Bihar Election 2025: NDA जीतेगी 225 सीटें, LJP(R) की शांभवी चौधरी का दावा, कहा- मोदी-नीतीश के आगे 'महागठबंधन' कहीं नहीं
बिहार चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में LJP(R) सांसद शांभवी चौधरी ने भरी हुंकार। कहा- पीएम मोदी की रैलियों ने माहौल बदल दिया है और 'जंगलराज' की वापसी नहीं होगी।
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान (6 नवंबर) से पहले, एनडीए (NDA) के नेताओं ने अपनी जीत को लेकर बड़े दावे करने शुरू कर दिए हैं। इसी कड़ी में, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की युवा सांसद शांभवी चौधरी (Shambhavi Choudhary) ने एक बड़ा दावा करते हुए कहा है कि एनडीए गठबंधन इस चुनाव में 225 से अधिक सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाएगा।
मोदी-नीतीश के आगे विपक्ष पस्त’
बुधवार को एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए, शांभवी चौधरी ने कहा कि बिहार की जनता ने ‘डबल इंजन’ सरकार के विकास को देखा है और वह किसी भी कीमत पर ‘जंगलराज’ की वापसी नहीं चाहती। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की रैलियों ने पूरे बिहार का माहौल बदल दिया है। एक तरफ नीतीश कुमार जी का ‘विकास राज’ है और दूसरी तरफ ‘जंगलराज’ को वापस लाने वाले लोग हैं।
उन्होंने महागठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के पास बिहार के विकास का कोई एजेंडा नहीं है, जबकि एनडीए का लक्ष्य बिहार को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करना है।
225 पार’ का विश्वास क्यों?
शांभवी चौधरी का यह आत्मविश्वास एनडीए के आक्रामक चुनाव प्रचार पर आधारित है।
- PM मोदी की रैलियां: प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और योगी आदित्यनाथ जैसे बीजेपी के शीर्ष नेता लगातार बिहार में रैलियां कर ‘जंगलराज’ के मुद्दे पर आरजेडी-कांग्रेस को घेर रहे हैं।
- NDA की एकजुटता: 2020 के विपरीत, इस बार चिराग पासवान की LJP(R) मजबूती से एनडीए का हिस्सा है, जिससे गठबंधन एकजुट दिख रहा है।
- ‘विकास’ का मुद्दा: नीतीश कुमार और बीजेपी के नेता लगातार अपने 18 साल के काम और केंद्र सरकार की योजनाओं को जनता के बीच रख रहे हैं।
बिहार का सियासी रण: NDA vs महागठबंधन
यह तालिका दोनों गठबंधनों के मुख्य चेहरों और उनके चुनावी मुद्दों को दर्शाती है।
| गठबंधन (Alliance) | प्रमुख चेहरे (Key Faces) | मुख्य चुनावी मुद्दे (Main Issues) |
| NDA | नीतीश कुमार, नरेंद्र मोदी, अमित शाह, चिराग पासवान | 18 साल का ‘विकास राज’, ‘जंगलराज’ की वापसी का डर, डबल इंजन सरकार की उपलब्धियां, कानून-व्यवस्था। |
| महागठबंधन | तेजस्वी यादव, राहुल गांधी, मुकेश सहनी | ’20 महीने बनाम 20 साल’, ‘हर परिवार एक नौकरी’, संविदा कर्मियों को स्थायी करना, OPS बहाली। |
शांभवी चौधरी का ‘225 पार’ का यह दावा एनडीए के बढ़े हुए आत्मविश्वास को दिखाता है। अब देखना यह है कि 14 नवंबर को जब नतीजे आएंगे, तो यह दावा हकीकत के कितना करीब पहुंचता है।




