Bihar Politics: नालंदा में आजाद समाज पार्टी की दलित-अल्पसंख्यक एकता सम्मेलन, दिखाई बहुजनों की ताकत
चंद्रशेखर आजाद ने नालंदा में दिखाई बहुजनों की ताकत, 2025 चुनाव के लिए एकता और बदलाव का संदेश

Bihar Politics: बिहार के नालंदा में आजाद समाज पार्टी (कांशी राम) ने दलित-अल्पसंख्यक एकता सम्मेलन आयोजित कर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। इस सम्मेलन में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद ने लोगों को संबोधित किया। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को देखते हुए यह सम्मेलन बेहद अहम माना जा रहा है। हजारों की संख्या में दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक समुदाय के लोग इस आयोजन में शामिल हुए। चंद्रशेखर ने बिहार में बदलाव और एकता का संदेश दिया।
जानें क्या है सम्मेलन का उद्देश्य?
आजाद समाज पार्टी का यह सम्मेलन दलित और अल्पसंख्यक समुदायों को एकजुट करने के लिए आयोजित किया गया। चंद्रशेखर आजाद ने कहा, “हमें अपने हक और सम्मान के लिए एक साथ आना होगा। बिहार में दलित और अल्पसंख्यक समुदाय की आवाज को और मजबूत करना है।” उन्होंने बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मौजूदा सरकार गरीबों और कमजोर वर्गों के लिए कुछ नहीं कर रही। इस सम्मेलन में पार्टी ने 2025 के चुनाव के लिए रणनीति बनाई और लोगों से वोटर लिस्ट में नाम दर्ज कराने की अपील की।
बिहार में क्यों खास है यह सम्मेलन?
नालंदा बिहार का एक महत्वपूर्ण जिला है, जहां दलित और अल्पसंख्यक वोटरों की अच्छी-खासी संख्या है। आजाद समाज पार्टी ने इस सम्मेलन के जरिए अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की। पार्टी ने हाल ही में बिहार की 40 विधानसभा सीटों पर अपने प्रभारी नियुक्त किए हैं, जिनमें 10 मुस्लिम नेता शामिल हैं। यह कदम अल्पसंख्यक वोटरों को अपनी ओर खींचने की रणनीति का हिस्सा है। सम्मेलन में चंद्रशेखर ने बिहार में शिक्षा, रोजगार और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर जोर दिया।
Bihar Politics: लोगों से क्या अपील की गई?
सम्मेलन में चंद्रशेखर ने लोगों से मतदाता सूची में अपना नाम चेक करने और फॉर्म-6 भरने को कहा। उन्होंने बताया कि बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के तहत कई लोगों के नाम वोटर लिस्ट से हटाए जा सकते हैं। इसके लिए उन्होंने कार्यकर्ताओं को गांव-गांव जाकर लोगों की मदद करने का निर्देश दिया। साथ ही, उन्होंने युवाओं से पार्टी के साथ जुड़कर बदलाव की लड़ाई लड़ने की अपील की।
जानें आगे क्या होगी रणनीति?
आजाद समाज पार्टी ने बिहार में अपनी जड़ें मजबूत करने के लिए कई और सम्मेलन आयोजित करने की योजना बनाई है। पार्टी का कहना है कि वह बिहार विधानसभा चुनाव में दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वोटरों को एकजुट कर एक नई ताकत बनाएगी। चंद्रशेखर ने कहा, “हमारा लक्ष्य बिहार में ऐसी सरकार बनाना है जो गरीबों और कमजोर वर्गों की बात सुने।”