धर्म-अध्यात्ममुख्य खबरें
Trending

Sawan 2025: भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सावन के महीने में शिवलिंग पर क्या चढ़ाएं, जानें आसान तरीके

सावन 2025, 7 जुलाई से शुरू, शिवलिंग पर चढ़ाएं गंगाजल, बेलपत्र, दूध, मिलेगी सुख-शांति

Sawan 2025: सावन का महीना भगवान शिव को बहुत प्रिय है। हिंदू धर्म में इस महीने को बेहद खास माना जाता है। 2025 में सावन 7 जुलाई से शुरू हो रहा है, और इस दौरान भक्त शिवलिंग की पूजा करके भगवान शिव को प्रसन्न करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन में शिवलिंग पर खास चीजें चढ़ाने से सुख, शांति और समृद्धि मिलती है। आइए जानें कि सावन 2025 में शिवलिंग पर क्या-क्या चढ़ाना चाहिए, ताकि आपकी मनोकामनाएं पूरी हों।

सावन में शिवलिंग पर क्या चढ़ाएं?

सावन में शिवलिंग की पूजा का विशेष महत्व है। भगवान शिव को कुछ खास चीजें बहुत पसंद हैं। सबसे पहले गंगाजल चढ़ाएं, क्योंकि यह शिव जी को सबसे प्रिय है। इसके बाद दूध, दही, शहद, और घी से शिवलिंग का अभिषेक करें। ये चीजें चढ़ाने से जीवन में सुख और शांति आती है। बेलपत्र भी जरूर चढ़ाएं, क्योंकि यह भगवान शिव का सबसे प्रिय पत्ता है। ध्यान रखें कि बेलपत्र साफ और बिना कटे-फटे हो। धतूरा, भांग, और चंदन भी शिवलिंग पर चढ़ाए जाते हैं। ये चीजें भगवान शिव को प्रसन्न करती हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं।

राशि के अनुसार करें पूजा

सावन में राशि के अनुसार शिवलिंग पर चीजें चढ़ाने से और भी फायदा होता है। मेष राशि वाले दूध और लाल फूल चढ़ाएं। वृषभ राशि वाले शहद और सफेद फूल अर्पित करें। मिथुन राशि वाले गंगाजल और हरे पत्ते चढ़ाएं। इसी तरह, हर राशि के लिए अलग-अलग चीजें शुभ मानी जाती हैं। इससे भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं और भक्तों को उनकी इच्छा के अनुसार फल देते हैं। पूजा करते समय ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें। यह मंत्र बहुत शक्तिशाली है और मन को शांति देता है।

Sawan 2025: इन बातों का रखें ध्यान

शिवलिंग की पूजा करते समय कुछ नियमों का पालन करना जरूरी है। हमेशा साफ कपड़े पहनें और मन को शुद्ध रखें। शिवलिंग पर जल, दूध या अन्य चीजें चढ़ाते समय तांबे के लोटे का इस्तेमाल करें। पूजा सुबह के समय करें, क्योंकि यह समय सबसे शुभ होता है। संध्याकाल में जल चढ़ाने से बचें। साथ ही, शिवलिंग पर टूटी हुई चीजें या गंदे फूल कभी न चढ़ाएं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button