Bihar News: वैभव सूर्यवंशी के बाद अब उनके नाना को मिली बड़ी खुशखबरी, सरकार ने बनाया इस विश्वविद्यालय का रजिस्ट्रार
वैभव सूर्यवंशी और नाना डॉ. अभय को बड़ी सफलता, नालंदा यूनिवर्सिटी में रजिस्ट्रार नियुक्त

Bihar Newa: बिहार के समस्तीपुर जिले के एक परिवार ने दोहरी खुशी मनाई है। एक तरफ 14 साल के युवा क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी इंग्लैंड में अंडर-19 क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ उनके नाना डॉ. अभय कुमार सिंह को नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी का रजिस्ट्रार बनाया गया है। यह खबर बिहार के छोटे शहरों और गांवों के लोगों के लिए खास है, क्योंकि यह परिवार की मेहनत और उपलब्धियों को दर्शाती है। वैभव और उनके नाना की सफलता से समस्तीपुर में खुशी का माहौल है।
Bihar News: वैभव सूर्यवंशी का क्रिकेट में धमाल
वैभव सूर्यवंशी, जो समस्तीपुर के ताजपुर गांव के रहने वाले हैं, ने इंग्लैंड में अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट में अपनी बल्लेबाजी से सबको प्रभावित किया है। मात्र 14 साल की उम्र में उन्होंने आईपीएल 2025 में राजस्थान रॉयल्स के लिए 35 गेंदों में शतक बनाकर इतिहास रच दिया। उनके पिता संजीव सूर्यवंशी और मां आरती सिंह ने उनकी क्रिकेट की ट्रेनिंग के लिए बहुत मेहनत की। वैभव की मां आरती सिंह समस्तीपुर के मोहिउद्दीननगर के राजाजन गांव की हैं, और उनके पिता डॉ. अभय कुमार सिंह इस परिवार के गौरव हैं।
डॉ. अभय कुमार सिंह की नई जिम्मेदारी
डॉ. अभय कुमार सिंह को बिहार के राज्यपाल ने नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी का रजिस्ट्रार नियुक्त किया है। यह नियुक्ति विश्वविद्यालय अधिनियम 1995 के तहत हुई, और इसका आदेश 26 जून को राजभवन, पटना से जारी किया गया। डॉ. अभय पहले मुजफ्फरपुर के एलएनटी कॉलेज में प्रोफेसर इंचार्ज थे। अब वे यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार के साथ-साथ परीक्षा विभाग का काम भी देखेंगे। उनकी यह उपलब्धि समस्तीपुर के लोगों के लिए गर्व की बात है।
परिवार और गांव में उत्साह
वैभव और उनके नाना की सफलता ने समस्तीपुर के ताजपुर और राजाजन गांव में खुशी की लहर ला दी है। लोग सोशल मीडिया पर वैभव की बल्लेबाजी और डॉ. अभय की नई जिम्मेदारी की तारीफ कर रहे हैं। यह परिवार बिहार के युवाओं के लिए प्रेरणा बन गया है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि वैभव क्रिकेट में और ऊंचाइयां छुएंगे, और डॉ. अभय नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी को नई बुलंदियों तक ले जाएंगे। यह खबर बिहार के विकास और गौरव को दर्शाती है।