Bihar Politics: राजद नेता अजीत यादव ने समर्थकों के साथ थामा भाजपा का दामन, तेजस्वी यादव को चुनाव से पहले लगा बड़ा झटका
जहानाबाद के राजद नेता अजीत यादव ने समर्थकों संग थामा भाजपा का दामन, 2025 चुनाव से पहले सियासी उलटफेर

Bihar Politics: बिहार की सियासत में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। जहानाबाद के कद्दावर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता अजीत यादव ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्यता ग्रहण कर ली है। यह घटना 27 जून 2025 को पटना में हुई, जहां बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने उनका स्वागत किया। इस कदम से राजद और इसके नेता तेजस्वी यादव को बड़ा झटका लगा है। आइए जानते हैं इस खबर का पूरा ब्योरा और इसका बिहार की राजनीति पर असर।
Bihar Politics: अजीत यादव ने क्यों छोड़ी राजद?
जहानाबाद के प्रमुख समाजसेवी और राजद के वरिष्ठ नेता अजीत यादव ने कहा कि वे लंबे समय तक राजद से जुड़े रहे, लेकिन उन्हें पार्टी में उचित सम्मान नहीं मिला। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीतियों और विकास के एजेंडे से प्रभावित होकर उन्होंने यह फैसला लिया। अजीत यादव का शाहाबाद और मगध क्षेत्र में समाजसेवी के रूप में बड़ा नाम है, जिससे भाजपा को इस क्षेत्र में मजबूती मिलने की उम्मीद है।
भाजपा में हुआ जोरदार स्वागत
पटना में भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक समारोह में अजीत यादव और उनके समर्थकों को पार्टी की सदस्यता दिलाई गई। बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि अजीत यादव का आना पार्टी के लिए गर्व की बात है। उन्होंने बताया कि अजीत की लोकप्रियता से शाहाबाद और मगध में भाजपा को नया माहौल मिलेगा। इस मौके पर विधानपार्षद अनिल शर्मा और अन्य भाजपा नेता भी मौजूद थे।
बिहार की सियासत पर क्या होगा असर?
अजीत यादव का राजद छोड़कर भाजपा में जाना बिहार की राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकता है। यादव समुदाय राजद का पारंपरिक वोट बैंक रहा है, और भाजपा इस वोट बैंक को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रही है। अजीत यादव जैसे प्रभावशाली नेताओं का साथ मिलने से भाजपा को 2025 के विधानसभा चुनाव में फायदा हो सकता है।
आम लोगों के लिए क्या मायने?
यह सियासी बदलाव ग्रामीण और छोटे शहरों के लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण है। अजीत यादव जैसे नेताओं का पार्टी बदलना क्षेत्र में विकास और रोजगार के मुद्दों को प्रभावित कर सकता है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि भाजपा में शामिल होने से अजीत यादव उनके क्षेत्र की समस्याओं को और प्रभावी ढंग से उठाएंगे।