Bihar Election 2025: बिहार में तीन चरणों में हो सकता है मतदान, दिवाली-छठ का रखा जाएगा विशेष ध्यान
तीन चरणों में होगा इस बार बिहार चुनाव, त्योहारों के बीच सियासी उत्साह

Bihar Election 2025: बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। सूत्रों के अनुसार, चुनाव आयोग बिहार में तीन चरणों में मतदान कराने की योजना बना रहा है। इस दौरान दिवाली और छठ जैसे बड़े त्योहारों को ध्यान में रखकर वोटिंग की तारीखें तय की जाएंगी। यह कदम न केवल मतदाताओं की सुविधा के लिए है, बल्कि बिहार की सियासत में भी नया उत्साह ला सकता है। सोशल मीडिया पर इस खबर ने लोगों का ध्यान खींचा है, और कई इसे 2020 के तीन चरणों वाले चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं।
तीन चरणों में मतदान क्यों जरूरी?
बिहार में 243 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव एक बार फिर तीन चरणों में हो सकते हैं, जैसा कि 2020 में हुआ था। सूत्रों का कहना है कि राज्य के विशाल भौगोलिक क्षेत्र और मतदाताओं की संख्या को देखते हुए यह फैसला लिया जा सकता है। तीन चरणों में मतदान से सुरक्षा व्यवस्था और चुनाव प्रबंधन को बेहतर तरीके से लागू किया जा सकता है। साथ ही, यह सुनिश्चित होगा कि त्योहारों के दौरान मतदाताओं को वोट डालने में कोई परेशानी न हो।
त्योहारों का असर, वोटिंग तारीखों पर नजर
दिवाली और छठ बिहार के सबसे बड़े त्योहार हैं, जो लाखों लोगों की आस्था और उत्सव का हिस्सा हैं। चुनाव आयोग इन त्योहारों की तारीखों को ध्यान में रखकर मतदान का कार्यक्रम तैयार करेगा। इसका मकसद है कि लोग अपने धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सवों के साथ-साथ लोकतंत्र के इस उत्सव में भी हिस्सा ले सकें। इससे मतदान प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है, जो बिहार की सियासत के लिए अहम है।
क्या 2025 में होगा दोहराव?
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव भी तीन चरणों में हुए थे, जिसमें NDA और महागठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला था। इस बार भी दोनों गठबंधन अपनी तैयारियों में जुटे हैं। सूत्रों के मुताबिक, चुनाव आयोग पहले से ही तैयारियों में लगा है ताकि मतदान प्रक्रिया सुचारू और निष्पक्ष हो। सोशल मीडिया पर लोग इस खबर को लेकर उत्साहित हैं और कई ने इसे बिहार की सियासी जंग का आगाज बताया है।
जनता की उम्मीदें, सियासत की गर्मी
बिहार के मतदाता इस बार रोजगार, शिक्षा और बुनियादी ढांचे जैसे मुद्दों पर फोकस चाहते हैं। तीन चरणों में चुनाव होने से पार्टियों को अपनी रणनीति को और बेहतर करने का मौका मिलेगा। सोशल मीडिया पर लोग इस खबर को लेकर चर्चा कर रहे हैं, और कई का मानना है कि यह चुनाव बिहार की दिशा और दशा तय करेगा।