Bihar Politics: इस साल बिहार मनाएगा 4 दिवाली, अमित शाह का बड़ा ऐलान, NDA के लिए 160 सीटों का लक्ष्य तय, राहुल-तेजस्वी पर बोला हमला
अमित शाह का पटना में NDA की जीत का ऐलान, बोले- बिहार में मनेगी चार दिवाली, 160 सीटों का लक्ष्य।

Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए प्रचार अभियान को अंतिम धार देते हुए, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज पटना के गांधी मैदान में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस रैली से उन्होंने एनडीए (NDA) के चुनावी अभियान का शंखनाद करते हुए एक बड़ा और आत्मविश्वास से भरा ऐलान किया। उन्होंने कहा, “इस साल बिहार एक नहीं, बल्कि चार-चार दिवाली मनाएगा।” इसके साथ ही, उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और बिहार की जनता के लिए 160 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य भी निर्धारित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर जमकर हमला बोला।
क्या है अमित शाह की ‘चार दिवाली’ का मतलब?
अमित शाह ने रैली में मौजूद भारी भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार इस साल चार दिवाली मनाने के लिए तैयार रहे। उन्होंने इसका मतलब समझाते हुए कहा पहली दिवाली तो कार्तिक महीने की अमावस्या को आप मनाएंगे ही। दूसरी दिवाली उस दिन मनेगी, जब बिहार चुनाव के नतीजे आएंगे और एनडीए की प्रचंड बहुमत से जीत होगी। तीसरी दिवाली तब मनेगी, जब नीतीश कुमार के नेतृत्व में फिर से एनडीए की सरकार शपथ लेगी। और चौथी और सबसे बड़ी दिवाली उस दिन मनेगी, जब ‘जंगलराज के युवराज’ (तेजस्वी यादव) की बिहार की सत्ता से हमेशा के लिए विदाई हो जाएगी।
एनडीए के लिए 160 सीटों का रखा लक्ष्य
अपने संबोधन में, अमित शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि इस बार का चुनाव सामान्य चुनाव नहीं है, बल्कि यह बिहार को ‘जंगलराज’ की छाया से पूरी तरह मुक्त कराने का चुनाव है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ‘डबल इंजन’ सरकार ने बिहार में जो विकास कार्य किए हैं, उसे देखते हुए इस बार एनडीए गठबंधन 243 में से 160 से भी अधिक सीटें जीतेगा और एक ऐतिहासिक जनादेश प्राप्त करेगा।
दो शहजादों’ की जोड़ी पर साधा निशाना
अमित शाह ने अपने भाषण में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला। उन्होंने दोनों को दो शहजादों की जोड़ी बताते हुए कहा कि एक शहजादे को अपनी मां की चिंता है, तो दूसरे को अपने पिता की। उन्हें बिहार की जनता की कोई चिंता नहीं है। उन्होंने कहा, यह दो दलों का नहीं, बल्कि दो परिवारों का गठबंधन है, जिनका इतिहास भ्रष्टाचार से भरा रहा है, 2जी से लेकर चारा घोटाले तक।
जंगलराज’ बनाम ‘विकासराज’ की होगी लड़ाई
अमित शाह के इस भाषण से यह साफ हो गया है कि एनडीए का पूरा चुनावी अभियान ‘जंगलराज’ बनाम ‘विकासराज’ के मुद्दे पर केंद्रित रहेगा। एनडीए की रणनीति बिहार की जनता को आरजेडी के 15 साल के शासनकाल की याद दिलाने और उसकी तुलना नीतीश कुमार के 18 साल के ‘सुशासन’ से करने की होगी।