Bihar News: महिलाओं की आवाज सुनेगी सरकार, महिला आयोग हर जिले में लगाएगा 'चौपाल', लॉन्च हुआ 'महिला आवाज' कार्यक्रम
बिहार: महिला आयोग ने लॉन्च किया 'महिला आवाज' कार्यक्रम, हर जिले में लगेगी 'चौपाल'।

Bihar News: बिहार में महिलाओं की समस्याओं को जमीनी स्तर पर सुनने और उनका तुरंत समाधान करने के लिए, राज्य महिला आयोग ने एक बड़ी और अनूठी पहल की है। बिहार राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष अश्वमेध देवी ने आज, शुक्रवार को, ‘महिला आवाज’ नामक एक नए राज्यव्यापी कार्यक्रम को लॉन्च करने की घोषणा की। इस कार्यक्रम के तहत, आयोग की टीम बिहार के सभी 38 जिलों का दौरा करेगी और गांवों-प्रखंडों में ‘महिला चौपाल’ लगाकर सीधे महिलाओं की शिकायतों को सुनेगी।
क्या है ‘महिला आवाज’ कार्यक्रम?
‘महिला आवाज’ कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उन पीड़ित महिलाओं तक पहुंचना है, जो जानकारी के अभाव में या सामाजिक दबाव के कारण अपनी समस्याओं को लेकर पटना स्थित आयोग के कार्यालय तक नहीं पहुंच पाती हैं। इस कार्यक्रम के तहत, महिला आयोग की अध्यक्ष और सदस्य खुद बिहार के सभी 38 जिलों के गांवों और प्रखंडों का दौरा करेंगी। वे वहां ‘महिला चौपाल’ का आयोजन करेंगी, जिसमें कोई भी महिला बिना किसी डर के अपनी समस्या या शिकायत सीधे आयोग के सामने रख सकती है। इस कार्यक्रम का फोकस मुख्य रूप से घरेलू हिंसा, दहेज प्रताड़ना, संपत्ति विवाद, और पुलिस की निष्क्रियता जैसे मामलों पर होगा।
मौके पर समाधान और अधिकारों के प्रति जागरूकता
इस पहल के दो मुख्य लक्ष्य हैं। पहला, कुछ मामलों का मौके पर ही समाधान निकालने की कोशिश करना। इन चौपालों में स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को भी मौजूद रहने का निर्देश दिया जाएगा, ताकि छोटी-मोटी शिकायतों का निपटारा तुरंत किया जा सके। दूसरा और सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य, ग्रामीण महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। आयोग की टीम महिलाओं को बताएगी कि उनके पास क्या-क्या कानूनी अधिकार हैं और किसी भी तरह की प्रताड़ना होने पर वे महिला आयोग, पुलिस या अन्य सरकारी संस्थाओं की मदद कैसे ले सकती हैं।
जल्द जारी होगा जिलेवार कार्यक्रम
राज्य महिला आयोग जल्द ही इस कार्यक्रम का एक विस्तृत, जिलेवार रोस्टर जारी करेगा, जिसमें यह बताया जाएगा कि किस तारीख को आयोग की टीम किस जिले और किस प्रखंड में चौपाल लगाएगी। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी जिला प्रशासनों के साथ समन्वय स्थापित किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इसका लाभ उठा सकें।
चुनाव से पहले महिला वोट बैंक को साधने की बड़ी पहल
राज्य महिला आयोग के इस सक्रिय कदम को विधानसभा चुनाव 2025 से पहले नीतीश कुमार सरकार की एक बड़ी पहल के रूप में भी देखा जा रहा है। महिलाएं बिहार में नीतीश कुमार का एक मजबूत और ‘साइलेंट’ वोट बैंक मानी जाती हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से, सरकार सीधे तौर पर आधी आबादी तक पहुंचने और यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि वह उनकी समस्याओं के प्रति गंभीर है। यह पहल एनडीए के ‘महिला सशक्तिकरण’ के एजेंडे को और मजबूत करती है।