Rohini Acharya: रोहिणी आचार्य ने राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं की खबरों को नकारा, कहा- 'मेरे लिए आत्मसम्मान सर्वोपरि'
रोहिणी आचार्य ने कहा- आत्मसम्मान सर्वोपरि, न राज्यसभा चाहिए, न विधानसभा टिकट; अफवाहों पर साधा निशाना

Rohini Acharya: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को लेकर चल रही खबरों का खंडन किया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के माध्यम से उन्होंने यह स्पष्ट किया है कि उन्हें न तो राज्यसभा की सीट की लालसा है और न ही विधानसभा चुनाव का टिकट पाने की। रोहिणी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पार्टी और परिवार में उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चल रही थीं।
जानें रोहिणी आचार्य ने क्या कहा?
अपने पोस्ट में, रोहिणी आचार्य ने अपने आत्मसम्मान को सबसे महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने लिखा कि उनके लिए अपने माता-पिता के प्रति समर्पण और परिवार की इज्जत किसी भी राजनीतिक पद से बढ़कर है। उन्होंने उन लोगों पर भी निशाना साधा, जो उनके खिलाफ अफवाहें फैला रहे हैं। उन्होंने ट्रोल्स, पेड मीडिया और उन लोगों पर आरोप लगाया जो पार्टी पर कब्ज़ा करना चाहते हैं। उनका कहना है कि ये लोग उनके खिलाफ झूठी खबरें फैलाकर उनकी छवि को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं।
Rohini Acharya: परिवार और पार्टी में अनबन की अटकलें?
रोहिणी आचार्य के इस बयान के बाद परिवार में चल रही अनबन की अटकलों को और हवा मिल गई है। हाल ही में यह भी सामने आया था कि उन्होंने ‘एक्स’ पर अपने पिता लालू प्रसाद यादव और भाई तेजस्वी यादव को अनफॉलो कर दिया था, हालांकि दोनों अभी भी उन्हें फॉलो कर रहे हैं। इस घटना ने कई लोगों का ध्यान खींचा और राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं। रोहिणी आचार्य का यह कदम और उनका स्पष्टीकरण बताता है कि वह अपनी शर्तों पर जीवन जीने और अपने परिवार के सम्मान को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।