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Puri Stampede News: पुरी रथ यात्रा भगदड़ मामले में सरकार ने लिया एक्शन, SP-कलेक्टर पर गिरी गाज, मुख्यमंत्री ने मांगी माफ़ी

पुरी रथ यात्रा में भगदड़ से 3 मरे, 55 घायल, ओडिशा सरकार ने SP, कलेक्टर का तबादला किया, जांच शुरू

Puri Stampede News: ओडिशा के पुरी में आयोजित विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान एक दुखद भगदड़ ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया। इस हादसे में तीन श्रद्धालुओं की जान चली गई, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गए। ओडिशा सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पुरी के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक (SP) का तबादला कर दिया। इसके साथ ही, मृतकों के परिजनों के लिए 25 लाख रुपये की मुआवजा राशि की घोषणा की गई है।

Puri Stampede News: क्या थी भगदड़ की वजह

29 जून 2025 को ओडिशा के पुरी में आयोजित विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान सुबह लगभग 4:30 बजे गुंडिचा मंदिर के निकट एक दुखद भगदड़ मच गई। इस दौरान लाखों श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के रथों के दर्शन के लिए एकत्रित थे। अचानक दो ट्रकों के भीड़ में घुसने से अफरा-तफरी फैल गई, जिसके परिणामस्वरूप तीन श्रद्धालुओं—बसंती नायक, प्रेमलता मोहंती और प्रभावती जेना—की दम घुटने से मृत्यु हो गई। इस हादसे में 55 से अधिक लोग घायल हुए, जिनमें से 7 की हालत नाजुक बनी हुई है। घायलों को तत्काल पुरी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना ने प्रशासन की भीड़ प्रबंधन व्यवस्था की कमियों को सामने ला दिया।

उड़ीसा सरकार ले की सख्त कारवाई

मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस त्रासदी पर गहरा दुख व्यक्त किया और भक्तों से क्षमा मांगी। उन्होंने तत्काल प्रभाव से पुरी के कलेक्टर सिद्धार्थ दास और पुलिस अधीक्षक (SP) विनीत शर्मा का तबादला कर दिया। नए कलेक्टर के रूप में रमेश चंद्र बेहरा और नए SP के रूप में राजेश मिश्रा को नियुक्त किया गया है। साथ ही, डीसीपी रवि नारायण और कमांडेंट संजय पाधी को कर्तव्य में लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया। सरकार ने इस घटना की गहन जांच के लिए विकास आयुक्त की अध्यक्षता में एक समिति गठित की है। ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज साहू ने आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। मृतकों के परिवारों के लिए 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा भी की गई है।

श्रद्धालुओं में बना डर का माहौल

पुरी रथ यात्रा में हर साल लाखों भक्त शामिल होते हैं, और यह घटना स्थानीय और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए गहरा आघात लेकर आई है। भीड़ प्रबंधन में कमी के कारण हुई इस त्रासदी ने भक्तों में डर का माहौल पैदा कर दिया है। लोग अब जांच के परिणामों और सरकार द्वारा वादा की गई बेहतर सुरक्षा व्यवस्थाओं का इंतजार कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

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