Rajasthan News: राजस्थान के चूरू में फाइटर जेट क्रैश, भानुदा गांव में मची अफरा-तफरी
चूरू में IAF जगुआर जेट क्रैश पायलट मरे, तकनीकी खराबी का शक, भानुदा गांव में मची अफरा-तफरी

Rajasthan News: राजस्थान के चूरू जिले के भानुदा गांव में मंगलवार, 8 जुलाई 2025 को एक बड़ा हादसा हुआ। भारतीय वायुसेना का एक जगुआर फाइटर जेट क्रैश हो गया, जिससे पूरे गांव में डर का माहौल बन गया। इस हादसे में पायलट की दुखद मौत हो गई। प्लेन के गिरने से मिसाइल जैसी तेज आवाज हुई, जिससे लोग डर गए और घरों से बाहर निकल आए। यह हादसा रतनगढ़ क्षेत्र में हुआ, जहां लोग इस भयानक दृश्य को देखकर स्तब्ध रह गए।
हादसा कैसे हुआ?
जानकारी के मुताबिक, यह हादसा मंगलवार दोपहर करीब 1:25 बजे हुआ। भारतीय वायुसेना का यह फाइटर जेट प्रशिक्षण उड़ान पर था। अचानक तकनीकी खराबी के कारण पायलट ने विमान पर नियंत्रण खो दिया, और यह भानुदा गांव के खेतों में जा गिरा। प्लेन के गिरते ही तेज धमाका हुआ, जिसकी आवाज दूर-दूर तक सुनाई दी। धमाके के बाद खेतों में आग लग गई और आसमान में धुआं दिखाई दिया। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पुलिस और वायुसेना का त्वरित एक्शन
हादसे की खबर मिलते ही चूरू पुलिस, स्थानीय प्रशासन और वायुसेना की टीमें मौके पर पहुंची। उन्होंने घटनास्थल को घेर लिया और बचाव कार्य शुरू किया। मलबे से पायलट का शव बरामद हुआ, जो बुरी तरह क्षतिग्रस्त था। चूरू एसपी जय यादव ने बताया कि राजलदेसर थाना क्षेत्र में यह हादसा हुआ। अभी हादसे की सटीक वजह सामने नहीं आई है, लेकिन वायुसेना ने जांच शुरू कर दी है।
Rajasthan News: गांव में डर और अफरा-तफरी
भानुदा गांव के लोगों ने बताया कि प्लेन के गिरने की आवाज इतनी तेज थी कि लगा जैसे बम फटा हो। एक स्थानीय महिला, शांति देवी ने कहा, “हमने ऐसी आवाज पहले कभी नहीं सुनी। बच्चे डर गए और हम सब बाहर भागे।” कई लोग अपने बच्चों को स्कूल से वापस ले आए। गांव में अभी भी डर का माहौल है, और लोग प्रशासन से सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।
प्रशासन और वायुसेना की अपील
चूरू पुलिस और प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने को कहा है। भारतीय वायुसेना ने बयान जारी कर बताया कि हादसे की पूरी जांच की जाएगी। उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। मृत पायलट के परिवार को सूचित कर दिया गया है, और उनकी मदद के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।
वायुसेना ने बनाई जांच समिति
वायुसेना ने एक जांच समिति बनाई है, जो हादसे की वजह का पता लगाएगी। अनुमान है कि तकनीकी खराबी के कारण यह हादसा हुआ, लेकिन सटीक जानकारी जांच के बाद ही सामने आएगी। स्थानीय लोग और प्रशासन इस घटना से उबरने की कोशिश में जुटे हैं।