Bihar Election 2025: कांग्रेस की बैकचैनल मीटिंग शुरू, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की रणनीति क्या?
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की गठबंधन रणनीति, कांग्रेस की बैकचैनल मीटिंग्स से बिहार में सत्ता की उम्मीद

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों में कांग्रेस ने अपनी रणनीति तेज कर दी है। पार्टी ने गुप्त बैकचैनल मीटिंग्स शुरू की हैं, जिनका मकसद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ गठबंधन को मजबूत करना और बिहार में सत्ता हासिल करना है। राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस इस बार गठबंधन में बड़ी भूमिका निभाने की कोशिश में है। आइए जानते हैं, क्या है कांग्रेस का प्लान और तेजस्वी यादव के लिए क्या रणनीति बन रही है।
Bihar Election 2025: बैकचैनल मीटिंग्स क्यों शुरू हुईं?
कांग्रेस ने बिहार में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए गुप्त बैठकों का रास्ता चुना है। इन मीटिंग्स में RJD के साथ सीट बंटवारे, चुनावी रणनीति और गठबंधन की एकजुटता पर खुलकर बात हो रही है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस 2020 के विधानसभा चुनाव की गलतियों को दोहराना नहीं चाहती, जब पार्टी ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा लेकिन केवल 19 सीटें जीत पाई। इस बार कांग्रेस 70 या उससे ज्यादा सीटों पर लड़ने की तैयारी में है और अपनी पसंद की सीटें चाहती है।
राहुल गांधी का बिहार दौरा, RJD नेताओं से मुलाकात
राहुल गांधी ने हाल ही में बिहार का दौरा किया और पटना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान उनकी तेजस्वी यादव से मुलाकात भी हुई। दोनों नेताओं ने सीट बंटवारे और गठबंधन की रणनीति पर गहन चर्चा की। कांग्रेस चाहती है कि गठबंधन में उसकी बात को ज्यादा महत्व मिले। राहुल गांधी ने बिहार के गरीब, दलित, और पिछड़े वर्गों को जोड़ने पर जोर दिया है, जिससे पार्टी का वोट बैंक बढ़े।
गठबंधन में एकजुटता या तनाव?
RJD प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा, “गठबंधन पूरी तरह एकजुट है, लेकिन कांग्रेस को सहयोगी दलों के साथ बेहतर तालमेल बनाना चाहिए।” वहीं, जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने तंज कसा कि कांग्रेस की रणनीति अपने सहयोगियों को कमजोर करने की है। इसके बावजूद, कांग्रेस और RJD मिलकर बिहार में NDA के खिलाफ मजबूत विपक्ष बनाना चाहते हैं।
बिहार चुनाव में क्या होगा?
कांग्रेस की बैकचैनल मीटिंग्स और राहुल गांधी की सक्रियता से गठबंधन को नई ताकत मिल सकती है। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में RJD पहले से ही ‘माई-बहिन मान’ जैसी योजनाओं के जरिए जनता को लुभा रही है। अब सवाल यह है कि क्या यह गठबंधन बिहार में नीतीश कुमार की NDA सरकार को हरा पाएगा? जनता को अब चुनाव नतीजों का इंतजार है।