
शेखपुरा जिले के बरबीघा बाजार में लॉक डाउन पूरी तरह विफल साबित हो गया है। सुबह के 7 बजते ही सभी दुकानदार अपनी दुकानें खोल कर ग्राहकों की भीड़ लगाकर खुलेआम खरीद-बिक्री करते हैं। सबसे बुरा हाल यहां के व्यस्ततम झंडा चौक का है। कुछ दुकानदार ग्राहक को अंदर बिठाकर दुकान का शटर गिराकर खरीद बिक्री करते हैं। पत्रकार और प्रशासन को देखते ही इनका एक आदमी बाहर से दुकान में ताला लगा देता है। इनको पुलिस और प्रशासन का कोई भय नहीं है, ये भारतीय कानून को नहीं मानते हैं। कहने को तो इस जगह जिला प्रशासन के द्वारा दंडाधिकारी और एक सब इंस्पेक्टर की ड्यूटी लगाई गई है। पर दंडाधिकारी अपनी ड्यूटी से गायब रहते हैं।
इस बाबत पूछने पर ड्यूटी पर मौजूद मिशन ओ पी के एस आई अनिल कुमार सिंह ने बताया कि दंडाधिकारी की तबियत खराब है। वो यहां अकेले ही ड्यूटी पर हैं। इधर जाते हैं तो उधर का दुकान खुल जाता है और उधर आते हैं तो इधर का दुकान खुल जाता है। साथ मे कोई पुलिस का जवान न होने से दुकानदारों को रोकना मुश्किल हो रहा है। गौरतलब हो कि प्रखण्ड विकास पदाधिकारी भरत कुमार सिंह और कार्यपालक पदाधिकारी विजय कुमार के द्वारा संयुक्त अभियान चलाकर कल शुक्रवार को भी कई दुकानों को सील किया गया था। बाबजुद इसके दुकानदारों को प्रशासन का कोई भय नहीं है। अगर यही हाल तो कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने का जिला प्रशासन के संकल्प का क्या होगा।