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Bihar News: बिहार के जमुई में एयरपोर्ट का सपना टूटा, एयरलाइंस ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई, सरकार ने भी हाथ खड़े किए

एयरलाइंस की दिलचस्पी नहीं, केंद्र ने लोकसभा में कहा- जमुई उड़ान योजना में शामिल नहीं।

Bihar News: बिहार के जमुई जिले में हवाई सेवा शुरू होने की उम्मीद पर पानी फिर गया है। केंद्र सरकार ने साफ इनकार कर दिया कि यहां एयरपोर्ट चालू किया जाएगा। निजी एयरलाइंस कंपनियों ने उड़ान योजना के तहत जमुई से फ्लाइट शुरू करने के लिए कोई प्रस्ताव नहीं दिया। नागरिक उड्डयन मंत्री किंजारपु राममोहन नायडू ने लोकसभा में लिखित जवाब में यह जानकारी दी। जमुई नक्सल प्रभावित इलाका रहा है और यहां पुराना हवाई अड्डा दशकों से बंद पड़ा है। अतिक्रमण की वजह से वह बेकार हो गया। जिला प्रशासन ने पिछले साल अतिक्रमण हटाने की कोशिश की थी, जिससे लोगों में उम्मीद जगी थी। लेकिन अब केंद्र और राज्य दोनों ने जमुई को प्राथमिकता नहीं दी। छोटे शहरों और गांवों के लोग जो पटना या गया जाने के लिए घंटों बस का सफर करते हैं, वे सबसे ज्यादा निराश हैं। बिहार में कई नए एयरपोर्ट बन रहे हैं, लेकिन जमुई की अनदेखी हो रही है।

एयरलाइंस क्यों नहीं चाहतीं जमुई में उड़ान भरना, कोई प्रस्ताव तक नहीं

केंद्र सरकार के मुताबिक उड़ान योजना में हवाई सेवा शुरू करने के लिए एयरलाइंस को मांग आधारित प्रस्ताव देना पड़ता है। लेकिन जमुई के लिए किसी भी कंपनी ने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया। मंत्री ने कहा कि बिहार सरकार ने भी उड़ान योजना में जमुई के लिए कोई सक्रिय हवाई पट्टी होने की जानकारी नहीं दी। जमुई में पुराना एयरपोर्ट है, लेकिन वह निष्क्रिय और अतिक्रमित है। कोई संभावित सूची में भी जमुई शामिल नहीं है। यही वजह है कि एयरलाइंस को यहां कमर्शियल संभावना नहीं दिखती। जमुई से बड़े शहरों की दूरी ज्यादा है और यात्री संख्या कम रहने का अनुमान है।

सरकार का साफ इनकार, जमुई उड़ान योजना में शामिल नहीं

केंद्र और राज्य सरकार दोनों ने जमुई में एयरपोर्ट विकसित करने से हाथ खींच लिए हैं। मंत्री राममोहन नायडू ने लोकसभा में बताया कि जमुई में फिलहाल कोई सक्रिय हवाई पट्टी नहीं है। बिहार में पूर्णिया, बिहटा, रक्सौल, मुजफ्फरपुर जैसे कई जगहों पर नए एयरपोर्ट बन रहे हैं। अगले कुछ सालों में 15 एयरपोर्ट चालू करने की योजना है। लेकिन जमुई का नाम कहीं नहीं है। स्थानीय लोग और नेता मांग कर रहे थे, लेकिन बिना प्रस्ताव और हवाई पट्टी के कुछ नहीं हो सकता। यह फैसला जमुई के विकास पर ब्रेक लगा रहा है। लोग चाहते हैं कि सरकार दोबारा विचार करे ताकि इलाका हवाई नेटवर्क से जुड़ सके।

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