अंतरराष्ट्रीयनई दिल्लीराजनीतिहमारा भारत
Trending

PM Modi News: पीएम मोदी के मलयेशिया दौरे से बचने पर कांग्रेस का तीखा हमला

मलेशिया न जाने पर कांग्रेस ने पीएम को घेरा, कहा- 'बच के रहना रे बाबा', विदेश नीति पर सवाल।

PM Modi News: नई दिल्ली, कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मलयेशिया ASEAN शिखर सम्मेलन में न जाने पर जोरदार तंज कसा है। पार्टी के नेताओं ने इसे सरकार की विदेश नीति में कमजोरी का सबूत बताया है। उन्होंने पुरानी फिल्मी डायलॉग ‘बच के रहना रे बाबा’ का सहारा लेते हुए पीएम पर चुटकी ली। यह विवाद तब भड़का जब मलयेशिया ने कश्मीर मुद्दे पर भारत की आलोचना की। कांग्रेस का कहना है कि ऐसी स्थिति में पीएम का सम्मेलन छोड़ना सही नहीं।

ASEAN सम्मेलन में भारत की अनुपस्थिति का कारण

मलयेशिया में हो रहे ASEAN शिखर सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री एस जयशंकर ने किया। पीएम मोदी ने इसमें हिस्सा नहीं लिया। कांग्रेस के अनुसार, इसका मुख्य कारण मलयेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद के बयान थे। महातिर ने कश्मीर में मानवाधिकारों पर चिंता जताई थी। कांग्रेस ने कहा कि इससे भारत की छवि प्रभावित हुई। पार्टी प्रवक्ता जयराम रमेश ने ट्वीट कर पीएम पर सवाल उठाए। उन्होंने लिखा कि विदेश यात्राओं के शौकीन पीएम इस बार क्यों पीछे हटे।

कांग्रेस का तंज और राजनीतिक निहितार्थ

कांग्रेस ने पीएम मोदी को ‘बच के रहना रे बाबा’ कहकर घेरा। यह तंज फिल्म ‘जानम समझा करो’ से लिया गया है। पार्टी का मानना है कि सरकार कश्मीर मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय दबाव से डर रही है। जयराम रमेश ने कहा कि ASEAN जैसे महत्वपूर्ण मंच पर भारत की अनुपस्थिति देश के हितों को नुकसान पहुंचाती है। उन्होंने सरकार से सफाई मांगी। यह हमला लोकसभा चुनावों के नजदीक आते हुए राजनीतिक रंग ले चुका है। विपक्ष का प्रयास है कि विदेश नीति को घरेलू राजनीति से जोड़ा जाए।

भारत-ASEAN संबंधों पर असर

ASEAN शिखर सम्मेलन दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों के साथ व्यापार और सुरक्षा पर चर्चा का बड़ा मंच है। भारत के लिए यह आर्थिक साझेदारी मजबूत करने का अवसर होता है। पीएम के न आने से कुछ विश्लेषकों ने चिंता जताई। उनका कहना है कि इससे चीन जैसे प्रतिद्वंद्वियों को फायदा हो सकता है। कांग्रेस ने मांग की कि सरकार स्पष्ट करे कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से कैसे बचा जाएगा। कुल मिलाकर, यह विवाद भारत की विदेश नीति पर बहस छेड़ चुका है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button