Bihar Election 2025: तेजस्वी यादव का बड़ा ऐलान, सरकार बनने पर 100% डोमिसाइल नीति होगी लागू, बाहरी लोगों को नहीं मिलेगी नौकरी
RJD नेता तेजस्वी यादव का ऐलान, सरकार बनी तो बिहार की नौकरियां सिर्फ बिहारियों को, मुफ्त परीक्षा फॉर्म और यात्रा खर्च

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने बड़ा चुनावी वादा किया है। उन्होंने कहा कि अगर उनकी सरकार बनी, तो बिहार में 100% डोमिसाइल नीति लागू होगी। इसका मतलब है कि सरकारी नौकरियां सिर्फ बिहार के लोगों को मिलेंगी, बाहर के लोगों को नहीं। तेजस्वी ने यह भी ऐलान किया कि प्रतियोगी परीक्षाओं का फॉर्म फ्री होगा और परीक्षा केंद्र तक आने-जाने का खर्चा भी सरकार देगी।
तेजस्वी का युवाओं को बड़ा तोहफा
तेजस्वी यादव ने पटना में ‘युवा चौपाल’ कार्यक्रम में यह वादा किया। उन्होंने कहा, “बिहार के युवाओं का हक बिहार की नौकरियों पर है। हम 100% डोमिसाइल नीति लाएंगे ताकि कोई बाहरी व्यक्ति यहां की सरकारी नौकरी न ले सके।” इसके साथ ही, उन्होंने परीक्षा फॉर्म की फीस माफ करने और परीक्षा केंद्र तक आने-जाने के किराए की सुविधा देने का वादा किया। तेजस्वी ने कहा कि इससे गरीब परिवारों के युवाओं को नौकरी पाने में आसानी होगी।
नीतीश सरकार पर तेजस्वी का हमला
तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “नीतीश जी की सरकार युवाओं के लिए कुछ नहीं कर रही। पेपर लीक और बेरोजगारी से युवा परेशान हैं।” तेजस्वी ने नीतीश को ‘थका हुआ’ बताते हुए कहा कि बिहार को नई और जोशीली सरकार चाहिए। उन्होंने महागठबंधन को वोट देने की अपील की ताकि बिहार में नया बदलाव आए।
बिहार में नौकरी बड़ा मुद्दा
बिहार में नौकरी और रोजगार 2020 के चुनाव से ही बड़ा मुद्दा रहा है। तेजस्वी ने उस समय 10 लाख नौकरियों का वादा किया था, जिसने युवाओं में जोश भरा। इस बार उनका डोमिसाइल नीति का ऐलान भी युवाओं को लुभाने की कोशिश है। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि यह वादा 2025 के चुनाव में RJD को मजबूती दे सकता है। दूसरी ओर, नीतीश सरकार का दावा है कि उन्होंने लाखों नौकरियां दीं, लेकिन तेजस्वी इसे नाकाफी बता रहे हैं।
क्या होगा चुनाव में?
तेजस्वी यादव का यह ऐलान बिहार की सियासत में हलचल मचा रहा है। युवा वोटरों को लुभाने के लिए RJD ने बड़ा दांव खेला है। अब देखना यह है कि क्या तेजस्वी का यह वादा बिहार की जनता को महागठबंधन की ओर खींच पाएगा?