Glass Bridge in Kaimur: कैमूर के तेल्हाड़ कुंड में बनेगा बिहार का दूसरा ग्लास ब्रिज, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
कैमूर के तेल्हाड़ कुंड में 9 करोड़ की लागत से ग्लास ब्रिज, झूला पुल और वॉच टावर बनेगा, पर्यटन को बढ़ावा

Glass Bridge in Kaimur: बिहार के कैमूर जिले में स्थित तेल्हाड़ कुंड जलप्रपात अब पर्यटकों के लिए और भी खास होने जा रहा है। बिहार सरकार ने इस खूबसूरत प्राकृतिक स्थल पर दूसरा ग्लास ब्रिज बनाने की योजना को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना में ग्लास ब्रिज के साथ-साथ झूला पुल और वॉच टावर भी बनाया जाएगा। इस खबर ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों में उत्साह पैदा कर दिया है। यह परियोजना न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा देगी, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी लाएगी।
तेल्हाड़ कुंड है एक प्राकृतिक खजाना
तेल्हाड़ कुंड कैमूर जिले का एक प्रसिद्ध जलप्रपात है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। यह जगह रोहतास पठार पर दर्गावती नदी के पास स्थित है। हर साल हजारों पर्यटक इस झरने की खूबसूरती देखने आते हैं। वन विभाग ने हाल ही में यहां रास्ते, गाजीबो, चेंजिंग रूम और कैंटीन जैसी सुविधाएं विकसित की हैं। अब ग्लास ब्रिज और अन्य सुविधाओं के निर्माण से यह जगह और भी रोमांचक बन जाएगी।
Glass Bridge in Kaimur: ग्लास ब्रिज और अन्य सुविधाएं
इस परियोजना के लिए लगभग 9 करोड़ रुपये की लागत अनुमानित है। ग्लास ब्रिज राजगीर के ग्लास ब्रिज की तर्ज पर बनाया जाएगा, जो बिहार का पहला ग्लास ब्रिज है। इसके अलावा, एक झूला पुल और वॉच टावर भी बनाया जाएगा, जिससे पर्यटक आसपास की पहाड़ियों और जंगल का शानदार नजारा ले सकेंगे। यह ग्लास ब्रिज पर्यटकों को झरने के ऊपर चलने का रोमांचक अनुभव देगा।
पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा
बिहार सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही है। तेल्हाड़ कुंड में ग्लास ब्रिज बनने से कैमूर जिला पर्यटकों के लिए एक नया आकर्षण बनेगा। इससे न केवल पर्यटक बढ़ेंगे, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। गाइड, दुकानदार और अन्य छोटे व्यवसायों को इससे फायदा होगा। स्थानीय लोग इस परियोजना को लेकर उत्साहित हैं और इसे क्षेत्र के विकास के लिए बड़ा कदम मान रहे हैं।
कब तक तैयार होगा प्रोजेक्ट?
प्रशासन के अनुसार, इस परियोजना को मार्च 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य है। निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा, और इसे समय पर पूरा करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। पर्यटकों को सलाह दी जाती है कि वे तेल्हाड़ कुंड की यात्रा की योजना बनाएं और इस नए ग्लास ब्रिज का आनंद लें।