
Bihar Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की रणभूमि में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एंट्री हो गई है, उन्होंने 15 अक्टूबर को पटना के दानापुर और सहरसा में रैलियां कीं। ये रैलियां भाजपा के प्रत्याशियों के समर्थन में हुईं। दानापुर में रामकृपाल यादव के नामांकन पर फोकस रहा, जबकि सहरसा में डॉ. आलोक रंजन को मजबूत करने का प्रयास हुआ। योगी ने कहा कि एनडीए की सरकार बनी तो बिहार में यूपी जैसा विकास होगा। यह ऐलान बिहार चुनाव में भाजपा की रणनीति को मजबूत कर रहा है।
दानापुर-सहरसा रैलियां: विपक्ष पर तीखा प्रहार
दानापुर में योगी आदित्यनाथ ने रामकृपाल यादव के नामांकन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने जनसभा में विपक्ष पर तीखा प्रहार किया। योगी ने आरजेडी और कांग्रेस पर फर्जी वोटिंग का आरोप लगाया। उन्होंने पूछा, “क्या बिहार में घुसपैठियों को छूट दी जानी चाहिए?” योगी ने स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) की तारीफ की, जो वोटर लिस्ट साफ कर रही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष वाले फर्जी मतदान चाहते हैं। इंडिया गठबंधन दुष्प्रचार कर रहा है और ईवीएम हटाने की मांग कर रहा है।
सहरसा में डॉ. आलोक रंजन के पक्ष में रैली हुई। योगी ने घोषणा की कि बिहार में मां जानकी का मंदिर बनेगा। उन्होंने कहा, अपराधियों पर यूपी जैसी सख्त कार्रवाई होगी। उनकी संपत्ति जब्त कर गरीबों को देंगे। योगी ने बिहार को यूपी जैसा विकास का वादा किया। रैलियों में हजारों समर्थक पहुंचे।
भाजपा की रणनीति: योगी की रैलियां, विकास और हिंदुत्व का मिश्रण
योगी आदित्यनाथ की रैलियां भाजपा की चुनावी रणनीति का हिस्सा हैं। वे आने वाले दिनों में 20 से ज्यादा रैलियां करेंगे। दानापुर में रामकृपाल यादव को मजबूत उम्मीदवार बताया गया। सहरसा में धार्मिक मुद्दे उठाए गए। भाजपा का फोकस विकास, अपराध नियंत्रण और हिंदुत्व पर है। यह लिस्ट NDA की एकजुटता का प्रतीक है। बिहार चुनाव 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में होंगे, मतगणना 14 नवंबर को।