Bihar Election 2025: बिहार की वोटर लिस्ट पर 'महाभारत', 65 लाख नाम कटने पर भड़का विपक्ष, तेजस्वी बोले- 'यह वोट काटने की साजिश है'
तेजस्वी का आरोप- यादव-मुस्लिम-दलित वोट काटने की साजिश; EC ने बताया निराधार, महागठबंधन आंदोलन की धमकी

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों के ऐलान से ठीक पहले, राज्य की अंतिम मतदाता सूची (Final Voter List) को लेकर एक बड़ा राजनीतिक ‘महाभारत’ छिड़ गया है। चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची से 65 लाख से अधिक नाम हटाने के फैसले पर विपक्षी महागठबंधन ने तीखा हमला बोला है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इसे एक “सोची-समझी साजिश” और “लोकतंत्र की हत्या” का प्रयास करार दिया है, जबकि कांग्रेस ने भी इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
‘यादव, मुस्लिम और दलित वोटरों को बनाया गया निशाना’
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि यह एक सामान्य प्रक्रिया नहीं, बल्कि एक सोची-समझी साजिश है। उन्होंने दावा किया कि जानबूझकर आरजेडी-कांग्रेस के कोर वोट बैंक, यानी यादव, मुस्लिम और दलित समुदाय के लोगों के नाम सूची से हटाए गए हैं। उन्होंने कहा कि बिना किसी उचित सत्यापन के, बूथ लेवल अधिकारियों (BLO) पर दबाव डालकर यह नाम कटवाए गए हैं, ताकि एनडीए को चुनाव में फायदा पहुंचाया जा सके।
चुनाव आयोग से मिलेगा महागठबंधन, करेगा राज्यव्यापी आंदोलन
इस मुद्दे पर महागठबंधन ने आक्रामक रुख अपना लिया है। यह घोषणा की गई है कि आरजेडी, कांग्रेस और वाम दलों का एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल जल्द ही दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात करेगा। यह प्रतिनिधिमंडल आयोग को एक ज्ञापन सौंपेगा, जिसमें उन विधानसभा क्षेत्रों के आंकड़े दिए जाएंगे जहां कथित तौर पर एक विशेष समुदाय के नाम जान बूझकर काटे गए हैं। इसके अलावा, विपक्ष ने इस ‘वोट काटने की साजिश’ के खिलाफ पूरे बिहार में एक राज्यव्यापी ‘जन आंदोलन’ शुरू करने की भी चेतावनी दी है।
चुनाव आयोग ने आरोपों को बताया निराधार
वहीं, बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने विपक्ष के इन आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि मतदाता सूची का पुनरीक्षण चुनाव आयोग के मानक दिशानिर्देशों के अनुसार पूरी पारदर्शिता के साथ किया गया है। उन्होंने कहा कि केवल उन्हीं मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं जो या तो ‘डुप्लीकेट’ थे, ‘शिफ्ट’ हो चुके थे, या ‘मृत’ थे। आयोग ने यह भी कहा कि यह पूरी प्रक्रिया सभी राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंटों (BLAs) की उपस्थिति में की गई है।
Bihar Election 2025: चुनाव से पहले ‘वोटर लिस्ट’ पर गरमाई सियासत
इस विवाद ने चुनाव से पहले बिहार की राजनीति को बेहद गरमा दिया है। महागठबंधन अब इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएगा और इसे लोकतंत्र पर हमले के रूप में पेश करेगा। वहीं, एनडीए इसे विपक्ष की ‘आसन्न हार की बौखलाहट’ बता रहा है। अब देखना यह है कि क्या चुनाव आयोग इस मामले में कोई जांच बैठाता है, या यह सिर्फ एक चुनावी मुद्दा बनकर रह जाता है।