पटनामुख्य खबरें
Trending

Bihar News: पटना में आयोजित सनातन महाकुंभ में रामभद्राचार्य ने दिया बड़ा बयान, बोले "अब बिहार हिन्दू विरोधियों..."

धीरेंद्र शास्त्री, रामभद्राचार्य के संबोधन, सनातन संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए भव्य आयोजन

Bihar News: बिहार की राजधानी पटना का गांधी मैदान आज सनातन धर्म का केंद्र बन गया। यहां सनातन महाकुंभ 2025 का भव्य आयोजन हुआ, जिसमें देशभर से साधु-संत, महामंडलेश्वर और लाखों श्रद्धालु शामिल हुए। इस कार्यक्रम में जगद्गुरु रामभद्राचार्य और बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने लोगों को संबोधित किया। यह आयोजन श्रीराम कर्मभूमि न्यास के संरक्षण में हुआ, जिसके संरक्षक पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे हैं।

सनातन महाकुंभ की शुरुआत

सनातन महाकुंभ का शुभारंभ सुबह 7 बजे विशेष यज्ञ के साथ हुआ। इसमें 108 परशु (कुल्हाड़ी), जो भगवान परशुराम का प्रतीक हैं, देश के अलग-अलग गांवों से लाए गए। इन्हें गांधी मैदान में एक विशाल परशु के रूप में रखा गया। बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया, जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए।

धीरेंद्र शास्त्री और रामभद्राचार्य के बयान

पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, “हमारा सपना भगवा-ए-हिंद बनाने का है। अगर हमारे धर्म पर हमला हुआ, तो हम जवाब देंगे। हम किसी धर्म के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन सनातन धर्म की रक्षा करेंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि वे बिहार में राजनीति नहीं, बल्कि राम नीति के लिए आए हैं।

जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा, “हिंदू राष्ट्र तभी बनेगा, जब 80% हिंदू एकजुट होंगे। हमें जाति से ऊपर उठकर धर्म की रक्षा करनी होगी।” उन्होंने आयोजन में रुकावट डालने का आरोप भी लगाया।

क्या था आयोजन का उद्देश्य?

यह महाकुंभ भगवान परशुराम के जन्मोत्सव के समापन पर हुआ। इसका मकसद सनातन संस्कृति को बढ़ावा देना, सामाजिक एकता को मजबूत करना और राष्ट्रीय जागरण लाना है। कार्यक्रम में हनुमान कथा और अन्य धार्मिक प्रवचन भी हुए, जिन्हें सुनने के लिए भारी भीड़ जुटी।

Bihar News: जानें कौन सा है विवाद और चर्चा

कुछ लोगों का कहना है कि इस आयोजन को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से जोड़ा जा रहा है। विपक्ष ने इसे राजनीतिक कार्यक्रम बताया है। हालांकि, आयोजकों ने इसे पूरी तरह धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन करार दिया। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, “हम यहां राम नीति की बात करने आए हैं, न कि राजनीति की।”

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button