Bihar News: बोधगया में 20वाँ अंतरराष्ट्रीय त्रिपिटक चैंटिंग शुरू, ट्रैफिक रूट बदले, 20 हजार भिक्षु पहुंचे
3 से 13 दिसंबर तक 20 हजार भिक्षु करेंगे त्रिपिटक पाठ, ट्रैफिक रूट में बदलाव।

Bihar News: बिहार के बोधगया में मंगलवार को 20वें अंतरराष्ट्रीय त्रिपिटक चैंटिंग समारोह का भव्य शुभारंभ हुआ। महाबोधि मंदिर के बोधि वृक्ष के नीचे सैकड़ों भिक्षु-भिक्षुणियां एकत्र हुए। दुनिया के कई देशों से आए करीब बीस हजार श्रद्धालु इस धार्मिक आयोजन में शामिल हो रहे हैं। सुबह रॉयल थाई बौद्ध विहार से कलचक्र मैदान तक जुलूस निकला और दोपहर में महाबोधि मंदिर में औपचारिक उद्घाटन हुआ। यह समारोह तीन दिसंबर 2025 से तेरह दिसंबर तक चलेगा। यूनेस्को विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर में रोज बौद्ध ग्रंथ त्रिपिटक का सामूहिक पाठ होगा। प्रशासन ने लाखों लोगों की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा और ट्रैफिक के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
त्रिपिटक चैंटिंग का महत्व और इस बार की खास बात
त्रिपिटक बौद्ध धर्म का सबसे पवित्र ग्रंथ है जिसमें विनय पिटक, सुत्त पिटक और अभिधम्म पिटक शामिल हैं। इस बार विनय पिटक से पाठ शुरू हुआ। रोज महाबोधि मंदिर में चैंटिंग होगी। कलचक्र मैदान में सबके लिए नाश्ता-खाना और शाम को बौद्ध देशों के सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। विदेशी मेहमानों के रहने-खाने की पूरी व्यवस्था है। बोधगया इस दौरान शांति और ध्यान का वैश्विक केंद्र बन गया है।
Bihar News: ट्रैफिक रूट में बदलाव, बड़े वाहनों पर रोक
भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने कई रास्ते बंद कर दिए हैं। नोड-एक, बांग्लादेश बौद्ध विहार मोड़ और बर्मा मोड़ से महाबोधि मंदिर की ओर बड़े वाहन नहीं जा सकेंगे। बिना पास कोई गाड़ी अंदर नहीं घुस सकती। राजापुर मोड़ से भी बड़े वाहनों की एंट्री बंद है। यह व्यवस्था बारह दिसंबर तक रहेगी। वैकल्पिक रास्तों से ही आना-जाना होगा। पुलिस हर जगह तैनात है ताकि कोई दिक्कत न हो और समारोह शांतिपूर्ण चले। अगर आप बोधगया जा रहे हैं तो पहले ट्रैफिक नियम जरूर देख लें। यह आयोजन बौद्ध धर्म की शांति का संदेश पूरी दुनिया तक पहुंचाएगा।



