Bihar Government School News: बिहार के सरकारी स्कूलों में बदलेगा हाजिरी सिस्टम, बायोमेट्रिक से होगी बच्चों की उपस्थिति
बिहार सरकार की नई योजना, बायोमेट्रिक से बच्चों की उपस्थिति, करियर सेंटर और मासिक पत्रिका शुरू

Bihar Government School News: बिहार के सरकारी स्कूलों में अब बच्चों की हाजिरी बायोमेट्रिक सिस्टम से दर्ज होगी। बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने इस नई व्यवस्था को लागू करने का फैसला किया है, जिससे स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति को और पारदर्शी बनाया जा सके। इसके साथ ही, शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कई नई योजनाएं भी शुरू की जा रही हैं, जैसे करियर सेंटर, मासिक पत्रिका और एकीकृत शैक्षणिक कैलेंडर। यह खबर बिहार के लाखों छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है।
बायोमेट्रिक हाजिरी से क्या होगा फायदा?
शिक्षा विभाग ने बताया कि बायोमेट्रिक हाजिरी सिस्टम से स्कूलों में बच्चों की मौजूदगी को सही तरीके से ट्रैक किया जा सकेगा। पहले कई बार फर्जी हाजिरी की शिकायतें आती थीं, जिससे मिड-डे मील और अन्य योजनाओं में गड़बड़ी होती थी। अब बायोमेट्रिक मशीन से बच्चों की अटेंडेंस दर्ज होगी, जिससे गलत हाजिरी का खेल खत्म होगा। यह सिस्टम खासकर ग्रामीण इलाकों के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए फायदेमंद होगा, जहां पहले ऐसी समस्याएं ज्यादा थीं।
करियर सेंटर और मासिक पत्रिका की शुरुआत
बिहार के 538 प्रखंडों में करियर सेंटर खोले जाएंगे, जहां बच्चे अपनी पढ़ाई और भविष्य की नौकरियों के बारे में मार्गदर्शन पा सकेंगे। साथ ही, हर कक्षा के लिए एक मासिक पत्रिका शुरू की जाएगी, जिसमें बच्चों को रचनात्मक लेखन और ज्ञानवर्धक सामग्री मिलेगी। शिक्षा विभाग का कहना है कि इन योजनाओं से बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे पढ़ाई में और रुचि लेंगे। इसके अलावा, एकीकृत शैक्षणिक कैलेंडर से स्कूलों में पढ़ाई का समय और गतिविधियां व्यवस्थित होंगी।
शिक्षकों पर भी सख्ती
शिक्षा विभाग ने साफ किया कि जो शिक्षक कोचिंग चलाने में ज्यादा ध्यान देंगे, उन पर सख्त कार्रवाई होगी। विभाग का कहना है कि शिक्षकों का पहला काम स्कूल में बच्चों को पढ़ाना है। अगर कोई शिक्षक नियम तोड़ेगा, तो उसकी नौकरी पर खतरा मंडरा सकता है। यह कदम शिक्षा की गुणवत्ता को और बेहतर करने के लिए उठाया गया है।