Bihar Chunav: जन सुराज के आरोपों पर डॉ अशोक चौधरी ने क्या कहा? 'निराधार हैं सभी आरोप, यह हताश कोशिश'
जन सुराज के भ्रामक खुलासों पर डॉ चौधरी का पलटवार, संपत्ति विवरण सार्वजनिक, 30 साल की जनसेवा अटल

Bihar Chunav: जन सुराज द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बिहार सरकार के ग्रामीण कार्य मंत्री और जद(यू) के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. अशोक चौधरी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने अपने विरुद्ध लगाए गए सभी कथित आरोपों को न केवल निराधार बताया, बल्कि इसे राजनीतिक प्रासंगिकता हासिल करने का एक हताश प्रयास करार दिया। डॉ. अशोक चौधरी ने स्पष्ट किया कि उनकी छवि को धूमिल करने के उद्देश्य से तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किया जा रहा है और जनता को गुमराह करने की ऐसी कोशिशों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
डॉ. अशोक चौधरी की पत्नी की संपत्ति पर किया गया ‘खुलासा’ क्यों है भ्रामक?
जन सुराज द्वारा डॉ. अशोक चौधरी की धर्मपत्नी के नाम पर किए गए ‘तथाकथित’ भ्रामक खुलासे पर डॉ. चौधरी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पत्नी से संबंधित संपत्ति, निवेश अथवा ऋण का हर विवरण पहले से ही उनकी वार्षिक संपत्ति विवरणी में दर्ज है।
- डॉ. अशोक चौधरी ने कहा कि यह विवरणी सार्वजनिक अभिलेख का हिस्सा है और बिहार के प्रत्येक नागरिक के लिए सहज रूप से उपलब्ध है।
- उन्होंने कहा कि जिस जानकारी को ‘खुलासा’ बताकर सनसनीखेज ढंग से प्रस्तुत किया जा रहा है, वह वर्षों से सार्वजनिक डोमेन में मौजूद है, जो सिर्फ भ्रामक प्रचार फैलाने का एक असफल प्रयास है।
किसी संस्था से जुड़ाव के दावे पर क्या है डॉ. अशोक चौधरी का जवाब?
डॉ. अशोक चौधरी ने उस संस्था से अपने कथित जुड़ाव के प्रश्न पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके द्वारा स्वयं यह स्वीकार किया जा रहा है कि इसके समर्थन में कोई ठोस साक्ष्य मौजूद नहीं है।
- डॉ. अशोक चौधरी ने कहा कि आरोप केवल परिस्थितिजन्य बातों के आधार पर कयास लगाने भर हैं।
- उन्होंने दो टूक कहा कि जिस संस्था से उनका न तो प्रत्यक्ष और न ही अप्रत्यक्ष कोई लेना-देना है, उस पर टिप्पणी करना सरासर हास्यास्पद और निरर्थक है।
Bihar Chunav: 30 साल की जनसेवा को प्रभावित नहीं कर सकते झूठ और अफवाह
डॉ. अशोक चौधरी ने अपनी बेटी की संपत्ति पर उठाए जा रहे सवालों पर भी स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि उस संबंध में सभी विवरण पूर्व में ही सार्वजनिक रूप से साझा किए जा चुके हैं और अब जो बातें उठाई जा रही हैं, वे कोई नई जानकारी नहीं हैं, बल्कि पहले से उपलब्ध बातों की ही पुनरावृत्ति है।
डॉ. अशोक चौधरी ने अंत में कहा कि झूठ, अफवाह और आधारहीन आरोपों की राजनीति से न तो उनकी प्रतिष्ठा पर कोई आंच आ सकती है और न ही जनता का विश्वास डगमगा सकता है। उन्होंने कहा कि तीन दशकों से अधिक की पारदर्शी और स्वच्छ जनसेवा को इस प्रकार के कुत्सित प्रयास कभी प्रभावित नहीं कर सकते। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि कानून अपना कार्य करेगा, सत्य की जीत होगी और झूठ फैलाने वालों को जनता भी करारा जवाब देगी।