Bihar News: पटरियों पर जल्द दौड़ेगी दिल्ली-पटना-हावड़ा बुलेट ट्रेन, सिर्फ 4 घंटे में दिल्ली से पटना पहुंचेंगे यात्री
बुलेट ट्रेन से दिल्ली-पटना 4 घंटे में, बिहार में जमीन अधिग्रहण शुरू, पर्यटन-व्यापार को बढ़ावा।

Bihar News: बिहार के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी! दिल्ली से पटना और हावड़ा के बीच जल्द ही बुलेट ट्रेन चलेगी, जो 350 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी। इस परियोजना के लिए बिहार में सर्वे का काम पूरा हो चुका है, और इसकी रिपोर्ट रेल मंत्रालय को सौंप दी गई है। इस बुलेट ट्रेन से दिल्ली से पटना का सफर, जो अभी 17 घंटे लेता है, अब सिर्फ 4 घंटे में पूरा होगा। यह खबर बिहार के लोगों के लिए गर्व की बात है, क्योंकि यह यात्रा को तेज और आरामदायक बनाएगी।
बुलेट ट्रेन के स्टेशन और रास्ता
यह बुलेट ट्रेन दिल्ली से शुरू होकर वाराणसी, बक्सर, आरा, पटना, नवादा, गया, धनबाद, आसनसोल, दुर्गापुर, बर्दवान और हावड़ा तक जाएगी। बिहार में तीन स्टेशन – बक्सर, पटना और गया – में ट्रेन रुकेगी। पटना में स्टेशन के लिए भुसौल (AIIMS के पास) को चुना गया है। यह ट्रेन पूरी तरह ऊंचे ट्रैक पर चलेगी, जिसे एलिवेटेड कॉरिडोर कहते हैं। इससे ट्रेन की रफ्तार तेज रहेगी और रास्ते में कोई रुकावट नहीं आएगी।
आधुनिक तकनीक से लैस होगी ट्रेन
बुलेट ट्रेन में कई खास सुविधाएं होंगी। यह 350 किमी/घंटा की रफ्तार से चलेगी, लेकिन इसकी सामान्य रफ्तार 320 किमी/घंटा होगी। ट्रेन में डिजिटल सिग्नलिंग और भूकंप डिटेक्शन सिस्टम (UrEDAS) होगा, जो भूकंप आने पर ट्रेन को अपने आप रोक देगा। ट्रेन का किराया सामान्य ट्रेन के फर्स्ट क्लास AC से 1.5 गुना ज्यादा होगा, लेकिन यह यात्रियों के लिए आरामदायक और समय बचाने वाला होगा।
बिहार में कब शुरू होगा काम?
रेलवे ने बिहार में जमीन अधिग्रहण की तैयारी शुरू कर दी है। नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) की टीम अगस्त में पटना आएगी, ताकि स्टेशन और रास्ते को अंतिम रूप दिया जा सके। इस परियोजना की लागत करीब 5 लाख करोड़ रुपये होगी, और इसे 2027 तक शुरू करने की योजना है।
Bihar News: बिहार के लिए फायदे
यह बुलेट ट्रेन बिहार के लोगों के लिए समय बचाएगी और यात्रा को आसान बनाएगी। इससे बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी। साथ ही, पर्यटन और व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। लोग अब कम समय में दिल्ली और कोलकाता जा सकेंगे। बिहार के विकास में यह परियोजना एक बड़ा कदम साबित होगी।