Bihar Politics 2025: प्रशांत किशोर का चुनाव पर बड़ा बयान 'मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा, NDA में पूर्ण अराजकता, नीतीश कुमार दोबारा CM नहीं बनेंगे
PK का बड़ा बयान- नीतीश कुमार नहीं लौटेंगे सत्ता में, अगली मकर संक्रांति तक नहीं रहेंगे CM आवास पर, NDA में समन्वय की कमी।

Bihar Politics 2025: पटना, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की रणभूमि में एक बड़ा राजनीतिक बयान आया है। जन सुराज पार्टी के संस्थापक और मशहूर रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने स्पष्ट कर दिया है कि वे इस चुनाव में किसी भी सीट से उम्मीदवार नहीं बनेंगे। उन्होंने NDA गठबंधन पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि गठबंधन में ‘पूर्ण अराजकता’ का माहौल है। किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भविष्य पर भी सवाल उठाते हुए दावा किया कि वे दोबारा सत्ता में नहीं लौटेंगे। यह बयान बिहार की सियासत में हलचल मचा रहा है, जहां NDA की एकता पर पहले से ही सवाल उठ रहे हैं।
किशोर का ऐलान: मैं चुनाव नहीं लड़ूंग
प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मैं बिहार चुनाव नहीं लड़ूंगा।” उन्होंने बताया कि जन सुराज पार्टी ने 116 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है, और बाकी 127 सीटों पर जल्द नाम घोषित होंगे। किशोर ने राघोपुर सीट का जिक्र करते हुए कहा कि वे वहां जनता से मिलेंगे और उनकी राय के आधार पर फैसला लेंगे। “राघोपुर की जनता जो कहेगी, वही होगा। यह बयान तेजस्वी यादव के गढ़ राघोपुर को चुनौती देने की उनकी रणनीति को दर्शाता है। किशोर ने जोर दिया कि उनकी पार्टी विकास, रोजगार और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर लड़ेगी।
NDA पर तीखा प्रहार: ‘पूर्ण अराजकता’
किशोर ने NDA को ‘पूर्ण अराजकता’ में फंसा बताया। उन्होंने कहा, NDA में समन्वय की कमी है। नीतीश कुमार का यह आखिरी चुनाव होगा। वे अगली मकर संक्रांति (जनवरी 2026) तक 1 अन्ना मार्ग (CM आवास) पर नहीं रहेंगे। किशोर का यह तंज नीतीश की उम्र और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए NDA की कमजोरी को उजागर करता है। उन्होंने कहा कि जनता NDA की खामियों से तंग आ चुकी है। किशोर ने दावा किया कि जन सुराज NDA और महागठबंधन का तीसरा विकल्प बनेगी।
राजनीतिक संदर्भ: जन सुराज का दांव
यह बयान NDA के सीट बंटवारे के ऐलान के ठीक बाद आया है, जहां BJP-JDU को 101-101 सीटें मिली हैं। किशोर ने कहा कि जन सुराज 2020 की तरह 72% वोट के अलावा 28% अन्य दलों को कंसोलिडेट करेगी। जन सुराज ने 116 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है, जो जातिगत संतुलन पर आधारित है। किशोर का तंज महागठबंधन को भी चुभेगा, जहां सीट विवाद जारी है। बिहार चुनाव 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में होंगे।