Bihar Politics 2025: महागठबंधन में सीट बंटवारे की देरी पर पप्पू यादव का आरजेडी पर तीखा प्रहार, तकनीकी फंसाव से लेट होगा, सभी सहयोगियों का सम्मान करें
पप्पू यादव ने RJD पर देरी का ठीकरा फोड़ा, कहा- गठबंधन सहयोगियों का सम्मान जरूरी, माले 30 सीटों पर अड़ी।

Bihar Politics 2025: पटना, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों के ऐलान के बाद महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर माथापच्ची तेज हो गई है। पूर्णिया से सांसद और कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने आरजेडी पर देरी का ठीकरा फोड़ते हुए कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि तकनीकी बातों में फंसने से प्रक्रिया लेट हो जाएगी। सभी सहयोगी दलों का सम्मान जरूरी है। नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, लेकिन फाइनल फॉर्मूला अभी तय नहीं। यह विवाद महागठबंधन की एकता पर सवाल खड़े कर रहा है।
पप्पू का तंज: आरजेडी अब ‘तकनीकी पार्टी’ हो गई,
पप्पू यादव ने पटना में पत्रकारों से कहा, अगर तकनीकी बातों में फंसेंगे तो देरी तो होगी ही। मैंने पहले भी चेताया था कि सभी गठबंधन सहयोगियों का सम्मान करें। पहले लालू यादव की राजद जनता की पार्टी थी, लेकिन अब यह तकनीकी पार्टी बन गई है। उन्होंने घोसी सीट का उदाहरण दिया, जहां सीपीआई-माले के विधायक रामबली सिंह यादव हैं। फिर भी आरजेडी ने राहुल शर्मा को पार्टी में शामिल कर सस्पेंस बढ़ा दिया। पप्पू बोले, नरकटियागंज कांग्रेस की सीट है, फिर दूसरे को क्यों बोल रहे हैं? सीमांचल और कोसी में सहयोगियों को सीटें चाहिए। बताइए, पिछले चुनाव में सीमांचल में कितनी सीटें जीतीं? उन्होंने राहुल गांधी का हवाला देते हुए कहा- कांग्रेस के हक को कोई छीन नहीं सकता।
माले का विद्रोह: 19 सीटों को ठुकराया
महागठबंधन में सीट विवाद ने तूल पकड़ लिया है। सीपीआई (माले) ने आरजेडी के 19 सीटों के प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया। पार्टी ने नई 30 सीटों की सूची भेजी, जिसमें दरभंगा, मधुबनी, गया, नालंदा और चंपारण पर फोकस है। माले प्रवक्ता ने कहा, हमारे कार्यकर्ताओं ने मेहनत की, उचित प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए। 2015 में माले ने 19 सीटों पर लड़ीं और 12 जीतीं। 2024 लोकसभा में 3 सीटों पर लड़ीं और 2 जीतीं। अब घोसी से माले विधायक रामबली सिंह यादव ने 16 अक्टूबर को नामांकन भरने की घोषणा कर दी। इससे राहुल शर्मा के टिकट पर संशय पैदा हो गया।
वीआईपी की जिद: 30 सीटों पर अड़ी
विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के मुकेश सहनी ने भी 30 सीटों की मांग की है। सहनी ने कहा- हमारा जनाधार फैला है, सम्मानजनक संख्या मिलनी चाहिए। अगर मांग पूरी न हुई, तो वीआईपी अन्य विकल्प तलाश सकती है। कांग्रेस भी अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने पर अड़ी है। आरजेडी ने 130 सीटों का लक्ष्य रखा है, लेकिन सहयोगियों की जिद से समीकरण बिगड़ रहा है।