Tej Pratap Yadav News: क्या अब तेज प्रताप यादव बनेंगे पायलट? उड्डयन निदेशालय के इंटरव्यू में हुए पास
तेज प्रताप यादव बनेंगे पायलट? CPL इंटरव्यू पास, बिहार चुनाव 2025 से पहले सियासी हलचल

Tej Pratap Yadav News: बिहार के पूर्व मंत्री और राजद नेता तेज प्रताप यादव अब राजनीति से हटकर एक नया रास्ता चुन रहे हैं। वे जल्द ही पायलट बनने की राह पर हैं। उड्डयन प्रशिक्षण निदेशालय ने उन्हें कमर्शियल पायलट लाइसेंस (CPL) कोर्स के लिए इंटरव्यू में सफल घोषित किया है। तेज प्रताप सहित 18 उम्मीदवारों को इस कोर्स में दाखिला मिला है। अगर सब कुछ ठीक रहा, तो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप जल्द ही वाणिज्य पायलट बनकर आसमान में उड़ान भर सकते हैं।
इंटरव्यू में शानदार प्रदर्शन, पायलट बनने का सपना करीब
उड्डयन प्रशिक्षण निदेशालय ने हाल ही में CPL कोर्स के लिए इंटरव्यू आयोजित किया था। इस इंटरव्यू में तेज प्रताप यादव ने शानदार प्रदर्शन किया और 18 सफल उम्मीदवारों में पांचवां स्थान हासिल किया। यह कोर्स उन्हें वाणिज्य पायलट बनने का मौका देगा, जिसके बाद वे यात्री विमान उड़ा सकेंगे। तेज प्रताप पहले ही बिहार फ्लाइंग इंस्टीट्यूट से पायलट ट्रेनिंग ले चुके हैं और उनके पास स्टूडेंट पायलट लाइसेंस भी है। इस खबर ने उनके समर्थकों में उत्साह भर दिया है, क्योंकि यह उनके लिए एक नई शुरुआत हो सकती है।
Tej Pratap Yadav News: सोशल मीडिया पर तारीफ और आलोचना
तेज प्रताप यादव ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान सोशल मीडिया पर अपनी भावनाएं जाहिर की थीं। उन्होंने लिखा था, “अगर मेरी पायलट ट्रेनिंग देश के काम आ सकती है, तो मैं हर वक्त तैयार हूं।” इसके साथ उन्होंने पायलट की वर्दी में तस्वीरें और एक वीडियो भी शेयर किया था। कुछ लोगों ने उनके इस जज्बे की तारीफ की, तो कुछ ने इसे महज पब्लिसिटी स्टंट बताया। लेकिन अब इंटरव्यू पास करने की खबर ने उनके दावे को और मजबूती दी है। बिहार में लोग अब यह देख रहे हैं कि क्या तेज प्रताप सचमुच पायलट बनकर नया इतिहास रच पाएंगे।
सियासी माहौल में नया मोड़, क्या होगा तेज प्रताप का भविष्य?
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले तेज प्रताप का यह कदम सियासी गलियारों में हलचल मचा रहा है। हाल ही में उन्हें राजद से 6 साल के लिए निष्कासित किया गया था, जिसे उन्होंने साजिश करार दिया। अब पायलट बनने की खबर ने उन्हें फिर से सुर्खियों में ला दिया है। विपक्षी दल इसे राजद के अंदरूनी कलह से जोड़कर देख रहे हैं, जबकि तेज प्रताप के समर्थक उनके इस नए कदम को साहसिक बता रहे हैं। यह कदम उनके सियासी करियर को नया रंग दे सकता है और बिहार की जनता के बीच उनकी छवि को और मजबूत कर सकता है।