19 June 2025 Pyaj Mandi Bhav: प्याज की कीमतों में उछाल, बिहार-यूपी में 45 रुपये/किलो तक पहुंचा रेट, जानें आज के मंडी भाव
बिहार-यूपी में प्याज 40-45 रुपये/किलो, बारिश और निर्यात मांग से आपूर्ति घटी

19 June 2025 Pyaj Mandi Bhav: बिहार और उत्तर प्रदेश में प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं। बारिश, फसल खराब होने और विदेशों में मांग बढ़ने से मंडियों में प्याज कम आ रहा है। आज 19 जून 2025 को पटना, मुजफ्फरपुर, लखनऊ जैसे शहरों में प्याज 40-45 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। यह खबर छोटे शहरों और गांवों में रहने वाले लोगों के लिए जरूरी है, जो प्याज की ऊंची कीमतों से परेशान हैं।
प्याज़ के दाम क्यों बढ़ रहे हैं?
प्याज की कीमतों में तेजी का बड़ा कारण भारी बारिश है। बिहार और उत्तर प्रदेश में खरीफ प्याज की फसल को नुकसान हुआ, जिससे मंडियों में प्याज की आवक कम हो गई। साथ ही, सरकार ने प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध हटा लिया, जिससे विदेशों में मांग बढ़ी। मंडी व्यापारियों का कहना है कि थोक में प्याज 20-25 रुपये से बढ़कर 35-45 रुपये प्रति किलो हो गया। इससे छोटे शहरों में भी प्याज महंगा हो गया।
बिहार-यूपी के शहरों में आज का प्याज रेट
19 जून 2025 को बिहार और उत्तर प्रदेश के 8 शहरों में प्याज की औसत खुदरा कीमतें इस प्रकार हैं:
पटना: 43 रुपये/किलो – कम आवक से कीमतें ऊंची।
मुजफ्फरपुर: 42 रुपये/किलो – मांग ज्यादा, आपूर्ति कम।
पूर्णिया: 44 रुपये/किलो – बारिश से फसल खराब।
भागलपुर: 41 रुपये/किलो – नई फसल शुरू, लेकिन दाम ऊंचे।
लखनऊ: 40 रुपये/किलो – मध्यम गुणवत्ता का प्याज स्थिर।
कानपुर: 42 रुपये/किलो – मांग ने बढ़ाया दाम।
वाराणसी: 43 रुपये/किलो – निर्यात से कीमतों में उछाल।
आगरा: 41 रुपये/किलो – मंडी में कम प्याज।
लोगों पर क्या असर पड़ रहा है?
प्याज की बढ़ती कीमतों ने आम लोगों का बजट बिगाड़ दिया है। मुजफ्फरपुर की गृहणी रीता देवी कहती हैं, “पहले 20 रुपये में आधा किलो प्याज मिलता था, अब 40 रुपये में छोटा प्याज भी मुश्किल है।” लखनऊ के सब्जी विक्रेता रामू ने बताया कि लोग कम प्याज खरीद रहे हैं, जिससे उनका धंधा मंदा हो गया। छोटे शहरों में लोग प्याज की जगह दूसरी सब्जियां इस्तेमाल कर रहे हैं।
सरकार क्या कर रही है?
केंद्र सरकार ने प्याज की कीमतें नियंत्रित करने के लिए सरकारी गोदामों से 35 रुपये प्रति किलो प्याज बेचना शुरू किया है। बिहार और उत्तर प्रदेश सरकारें भी मंडियों में आपूर्ति बढ़ाने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन अभी इसका ज्यादा असर नहीं दिख रहा।
19 June 2025 Pyaj Mandi Bhav: आगे क्या होगा?
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बारिश कम हुई और दिसंबर-जनवरी में नई रबी फसल आई, तो प्याज के दाम घट सकते हैं। तब तक लोगों को महंगे प्याज से गुजारा करना पड़ सकता है। अगर आप प्याज खरीदने की सोच रहे हैं, तो मंडी रेट चेक करें और कम मात्रा में खरीदें।