Bihar Election Opinion Poll 2025: पहले ओपिनियन पोल ने बढ़ाई NDA-महागठबंधन की धड़कनें, 'कांटे की टक्कर' में 'अन्य' बनेंगे किंगमेकर
बिहार चुनाव 2025, पहले ओपिनियन पोल में किसी को स्पष्ट बहुमत नहीं, 'किंगमेकर' की भूमिका में अन्य दल।

Bihar Election Opinion Poll 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों के ऐलान से ठीक पहले आए पहले बड़े ओपिनियन पोल ने राज्य के सियासी समीकरणों में एक नया मोड़ ला दिया है। सूत्रों के अनुसार, इस सर्वे में सत्ताधारी एनडीए (NDA) और विपक्षी महागठबंधन के बीच ‘कांटे की टक्कर’ की भविष्यवाणी की गई है। सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि बिहार में किसी भी गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है और 5 से 10 सीटें जीतने वाले ‘अन्य’ दल और निर्दलीय ‘किंगमेकर’ की भूमिका निभा सकते हैं।
NDA और महागठबंधन में कांटे की टक्कर, किसी को बहुमत नहीं
एक प्रमुख सर्वे एजेंसी द्वारा जारी किए गए इन आंकड़ों के अनुसार, 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में एनडीए गठबंधन को 118 से 128 सीटें मिल सकती हैं, जो बहुमत के 122 सीटों के आंकड़े के बेहद करीब है। वहीं, तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन को 110 से 120 सीटें मिलने का अनुमान है। 5 से 10 सीटें अन्य के खाते में जा सकती हैं, जिसमें असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM भी शामिल है। यह आंकड़े दोनों गठबंधनों के लिए चिंता का सबब हैं, क्योंकि सरकार बनाने की चाबी निर्दलीयों और छोटी पार्टियों के हाथ में जा सकती है।
RJD बन सकती है सबसे बड़ी पार्टी, BJP को भी फायदा
सर्वे के अनुसार, पार्टी-वार सीटों के अनुमान में आरजेडी (RJD) 75 से 80 सीटें जीतकर राज्य की सबसे बड़ी एकल पार्टी के रूप में उभर सकती है। वहीं, एनडीए के भीतर, बीजेपी को जेडीयू से ज्यादा फायदा होता दिख रहा है। बीजेपी को 70 से 75 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि नीतीश कुमार की जेडीयू 40 से 45 सीटों पर सिमटती नजर आ रही है। इससे यह भी संकेत मिलता है कि नीतीश कुमार की लोकप्रियता में कमी आई है और वोटर बीजेपी को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री की पसंद कौन? बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा
सर्वे में जब मुख्यमंत्री पद के लिए पसंदीदा चेहरे के बारे में पूछा गया, तो नीतीश कुमार अब भी एक मजबूत चेहरा बने हुए हैं, लेकिन तेजस्वी यादव उनके बेहद करीब पहुंच गए हैं, खासकर युवाओं के बीच। सर्वे का सबसे चौंकाने वाला आंकड़ा यह है कि बिहार की जनता के लिए इस बार चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा जाति नहीं, बल्कि ‘बेरोजगारी’ है। दूसरे नंबर पर ‘महंगाई’ को सबसे बड़ी समस्या बताया गया है।
Bihar Election Opinion Poll 2025: ओपिनियन पोल ने बढ़ाई दोनों गठबंधनों की बेचैनी
यह ओपिनियन पोल दोनों गठबंधनों के लिए एक चेतावनी की तरह है। एनडीए के लिए यह संकेत है कि सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता और विकास के नारे पर एक बड़ी जीत निश्चित नहीं है। वहीं, महागठबंधन के लिए यह चिंता का विषय है कि वह अपने कोर वोट बैंक के बावजूद स्पष्ट बहुमत हासिल करने में संघर्ष कर रहा है। इस सर्वे ने यह साफ कर दिया है कि बिहार का यह चुनाव बेहद करीबी और अप्रत्याशित होने वाला है।