Bihar Politics: सम्राट चौधरी ने लालू यादव पर बोला हमला, लगाया बाबा साहेब के अपमान का आरोप
उपमुख्यमंत्री ने लालू यादव पर बाबा साहेब आंबेडकर का अपमान करने का लगाया आरोप, 2025 चुनाव से पहले बिहार की सियासत में हलचल

Bihar Politics: बिहार की राजनीति में एक बार फिर तूफान मच गया है। उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सम्राट चौधरी ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने लालू यादव पर बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर का अपमान करने का गंभीर आरोप लगाया है। यह विवाद बिहार के आगामी 2025 विधानसभा चुनाव से पहले सियासी माहौल को और गर्म कर रहा है।
सम्राट चौधरी ने क्या कहा?
पटना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सम्राट चौधरी ने कहा, “लालू यादव ने बाबासाहेब आंबेडकर की तस्वीर का अपमान करके दलित समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। उनका जन्मदिन अब बिहार में ‘काला दिन’ जैसा हो गया है।” उन्होंने लालू और RJD पर केवल अपने परिवार को आगे बढ़ाने का आरोप भी लगाया। चौधरी ने कहा कि लालू का इतिहास घोटालों और भ्रष्टाचार से भरा है, जिसके कारण बिहार की जनता को सालों तक परेशानी झेलनी पड़ी।
उन्होंने यह भी दावा किया कि बीजेपी बिहार को विकास के रास्ते पर ले जा रही है, जबकि लालू और उनकी पार्टी केवल विवाद पैदा करने में लगे हैं। सम्राट चौधरी ने कहा, “लालू यादव का बिहार में कोई भविष्य नहीं है। जनता उनके ‘जंगलराज’ को कभी नहीं भूल सकती।”
RJD ने दिया जवाब
लालू यादव ने अभी तक इस मामले पर सीधे कोई जवाब नहीं दिया है। हालांकि, RJD के प्रवक्ता ने बीजेपी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, “लालू जी ने हमेशा दलितों और पिछड़ों के लिए काम किया है। बीजेपी केवल राजनीतिक फायदा लेने के लिए ऐसे बयान दे रही है।” उन्होंने दावा किया कि यह बीजेपी की चुनावी चाल है।
बिहार में दलित वोटरों का महत्व
बिहार में दलित वोटरों की संख्या काफी है, और यह मुद्दा 2025 के विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका निभा सकता है। कुछ लोग सम्राट चौधरी के बयानों का समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ का मानना है कि यह केवल सियासी ड्रामा है। इस विवाद ने बिहार की जनता के बीच खूब चर्चा पैदा की है।
सियासी जंग और भविष्य
यह ताजा विवाद बीजेपी और RJD के बीच की खाई को और गहरा कर सकता है। सम्राट चौधरी का यह हमला न केवल लालू यादव को निशाने पर ले रहा है, बल्कि बिहार की सियासत में नया मोड़ ला सकता है। अब सभी की नजर इस बात पर है कि इस सियासी जंग का असर आगामी चुनावों में कितना पड़ता है। बिहार की जनता इस मुद्दे पर क्या राय रखती है, यह आने वाला वक्त ही बताएगा।