PM Modi News: मिजोरम को दिल्ली से जोड़ने वाली 51 किमी रेल लाइन का उद्घाटन, 45 सुरंगें और कुतुब मीनार से ऊंचा ब्रिज, पीएम मोदी ने किया शुभारंभ
मिजोरम में बैराबी-सायरंग रेल लाइन का उद्घाटन, 45 सुरंगें और भारत का दूसरा सबसे ऊंचा पुल।

PM Modi News: पूर्वोत्तर भारत को मुख्यभूमि से जोड़ने का एक और सपना साकार हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मिजोरम के बैराबी-सायरंग रेल खंड की 51 किलोमीटर लंबी नई लाइन का उद्घाटन किया। यह रेल मार्ग मिजोरम को दिल्ली से सीधे जोड़ता है, जिससे राज्य के लोगों को तेज और सस्ती यात्रा का लाभ मिलेगा। इस प्रोजेक्ट में 45 सुरंगें और भारत का दूसरा सबसे ऊंचा रेल पुल शामिल है, जो कुतुब मीनार से भी ज्यादा ऊंचा है। इससे मिजोरम के व्यापार, पर्यटन और दैनिक जीवन में क्रांति आ जाएगी।
पहाड़ी इलाके में 45 सुरंगें और ऊंचा ब्रिज
बैराबी-सायरंग रेल लाइन का निर्माण बेहद कठिन था, क्योंकि यह घने जंगलों और ऊंची पहाड़ियों से गुजरती है। कुल 51 किमी लंबे इस खंड में 45 सुरंगें बनाई गईं, जो कुल दूरी का 40 प्रतिशत हिस्सा हैं। सबसे लंबी सुरंग 1.5 किमी लंबी है, जो ट्रेन को सुरक्षित रूप से पहाड़ काटकर निकालती है। सबसे खास है 110 मीटर ऊंचा रेल पुल, जो कुतुब मीनार (73 मीटर) से कहीं ज्यादा ऊंचा है। यह भारत का दूसरा सबसे ऊंचा रेल पुल है, जो लोहे की मजबूत संरचना से बना है। निर्माण में 5 साल लगे, और लागत करीब 3,000 करोड़ रुपये आई। इंजीनियरों ने मौसम और भूगोल की चुनौतियों को पार कर यह कमाल किया।
पीएम मोदी का उद्घाटन, पूर्वोत्तर के विकास का प्रतीक
प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस रेल लाइन का उद्घाटन किया। आइजोल से जुड़े कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट पूर्वोत्तर को मुख्यधारा से जोड़ने का एक बड़ा कदम है। पीएम ने बताया कि केंद्र सरकार ने मिजोरम के लिए 10,000 करोड़ का निवेश किया है, जिसमें सड़कें, हवाई अड्डे और रेल योजनाएं शामिल हैं। इस लाइन से मिजोरम की राजधानी आइजोल दिल्ली से सिर्फ 36 घंटे में जुड़ जाएगी, पहले यह 48 घंटे से ज्यादा लेती थी। स्थानीय लोगों ने पीएम के इस कदम की सराहना की।
मिजोरम के लोगों को फायदा, तेज यात्रा, आर्थिक उन्नति
इस नई रेल लाइन से मिजोरम के ग्रामीण इलाकों में विकास की नई लहर चलेगी। पहले असम के गुवाहाटी से मिजोरम जाना पड़ता था, लेकिन अब बैराबी से सायरंग तक सीधी ट्रेन चलेगी। इससे फल-सब्जी, चाय और हस्तशिल्प जैसे सामान दिल्ली बाजार तक आसानी से पहुंचेंगे। पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि ऊंची पहाड़ियां और हरी घाटियां अब रेल से सुलभ होंगी। राज्य सरकार का कहना है कि इससे रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। भविष्य में इस लाइन को और लंबा किया जाएगा।