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Bihar News: बिहार के मखाने को GST से छुटकारा? वित्त मंत्री से मिलकर किसान-व्यवसायी उठाएंगे आवाज

बिहार का मखाना GST से छूट चाहता है, वित्त मंत्री सीतारमण के कटिहार दौरे पर किसान रखेंगे अपनी मांग।

Bihar News: बिहार का मखाना, जिसे सुपरफूड का दर्जा मिला है, अब टैक्स छूट की राह देख रहा है। किसान और व्यवसायी लंबे समय से मखाने को GST मुक्त करने की मांग कर रहे हैं। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 10 सितंबर को कटिहार दौरे पर पहुंच रही हैं, जहां वे मखाना उद्योग से जुड़े लोगों से मुलाकात करेंगी। इस दौरान किसान और कारोबारी अपनी मांग को जोर-शोर से रखेंगे। आइए, सरल शब्दों में जानें कि मखाना उद्योग क्यों चाहता है GST से राहत और इसका बिहार के लिए क्या मतलब है। यह खबर मखाना उत्पादकों और बिहार की अर्थव्यवस्था में रुचि रखने वालों के लिए खास है।

मखाने पर GST: क्यों है विवाद?

बिहार का मखाना देश-विदेश में अपनी पहचान बना चुका है। कटिहार, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल और पूर्णिया जैसे जिले मखाना उत्पादन के केंद्र हैं। लाखों किसान और मजदूर इस उद्योग पर निर्भर हैं। लेकिन मखाने पर लगने वाला GST कारोबारियों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। वर्तमान में मखाने पर 5% GST लागू है, जो लागत बढ़ाता है। इससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी प्रतिस्पर्धा कम हो रही है। पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. राम प्रकाश महतो ने सवाल उठाया “जब गुजरात का खाखरा टैक्स-मुक्त हो सकता है, तो बिहार का मखाना क्यों नहीं?” यह मांग अब जोर पकड़ रही है।

वित्त मंत्री का कटिहार दौरा

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज कटिहार पहुंच रही हैं। उनका पहला कार्यक्रम छीटाबाड़ी के राजदरबार रिजॉर्ट में होगा। यहां वे मखाना किसानों और व्यवसायियों से मिलेंगी। इसके बाद बरारी, हसनगंज और अन्य इलाकों में भी दौरा करेंगी। कारोबारी उम्मीद कर रहे हैं कि इस मुलाकात में मखाने को GST से छूट देने की घोषणा हो सकती है। इससे न सिर्फ किसानों को फायदा होगा, बल्कि बिहार की अर्थव्यवस्था को भी नई ताकत मिलेगी।

मखाना उद्योग के लिए क्या मायने?

मखाना बिहार की शान है। इसे सुपरफूड के रूप में दुनिया भर में पसंद किया जाता है। GST हटने से कई फायदे होंगे:

  • मखाने की कीमतें कम होंगी, जिससे आम लोग इसे आसानी से खरीद सकेंगे।
  • निर्यात बढ़ेगा, क्योंकि सस्ता मखाना वैश्विक बाजार में ज्यादा बिकेगा।
  • किसानों की आय बढ़ेगी और मजदूरों को ज्यादा रोजगार मिलेगा।
  • बिहार का ब्रांड और मजबूत होगा।

किसानों और व्यवसायियों की मांग

किसान और कारोबारी एकजुट होकर सरकार से मखाने को टैक्स-मुक्त करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि गुजरात के खाखरे की तरह मखाने को भी छूट मिलनी चाहिए। डॉ. राम प्रकाश महतो ने इसे भेदभाव बताया और कहा कि बिहार के मखाने की ब्रांडिंग किसी से कम नहीं है। अगर यह मांग पूरी हुई, तो लाखों लोग लाभान्वित होंगे।

आगे क्या होगा?

वित्त मंत्री का दौरा मखाना उद्योग के लिए उम्मीद की किरण है। अगर GST हटाने का फैसला हुआ, तो यह बिहार के लिए ऐतिहासिक होगा। लेकिन अगर मांगें पूरी न हुईं, तो किसान और कारोबारी आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं। यह मुद्दा बिहार की सियासत में भी गर्म हो सकता है। अगर आप मखाना उद्योग या बिहार की खबरों में रुचि रखते हैं, तो अपडेट्स फॉलो करें।

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