Bihar News: अररिया में मतदाता सूची संशोधन के बाद निवास प्रमाण पत्र की मांग में उछाल दर्ज, पढ़ें पूरी जानकारी
अररिया में SIR से निवास प्रमाण पत्र की मांग बढ़ी, 25 जुलाई तक दस्तावेज जमा जरूरी, विपक्ष का विरोध।

Bihar News: बिहार के अररिया जिले में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के बाद निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदनों की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। यह अभियान 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले शुरू किया गया है, जिसका मकसद मतदाता सूची को अपडेट करना और गैर-कानूनी मतदाताओं को हटाना है। इस प्रक्रिया में सभी मतदाताओं से जन्म और निवास के प्रमाण के लिए 11 विशेष दस्तावेजों में से एक जमा करने को कहा गया है, जिसमें आधार कार्ड और राशन कार्ड शामिल नहीं हैं। इसके चलते निवास प्रमाण पत्र की मांग अचानक बढ़ गई है, क्योंकि यह एक ऐसा दस्तावेज है जो आसानी से बनाया जा सकता है।
Bihar News: क्यों बढ़ी निवास प्रमाण पत्र की मांग?
चुनाव आयोग ने 24 जून, 2025 को बिहार में मतदाता सूची के विशेष संशोधन की शुरुआत की। इस अभियान में बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) घर-घर जाकर मतदाताओं की पात्रता की जांच कर रहे हैं। अररिया के किशनगंज जैसे मुस्लिम-बहुल जिलों में निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदनों की संख्या में 5-6 गुना वृद्धि देखी गई है। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने बताया कि जनवरी से मई 2025 तक किशनगंज में हर महीने औसतन 26-28 हजार आवेदन आते थे, लेकिन जुलाई के पहले सप्ताह में ही 2 लाख से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए। यह वृद्धि राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर चिंता का विषय बन गई है।
मतदाताओं की परेशानी और विपक्ष का विरोध
इस संशोधन प्रक्रिया ने कई मतदाताओं के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। विपक्षी दलों, जैसे राजद और कांग्रेस, ने इस अभियान को गरीब और हाशिए पर रहने वाले लोगों के लिए अन्यायपूर्ण बताया है। उनका कहना है कि जन्म प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज ग्रामीण बिहार में आसानी से उपलब्ध नहीं हैं, जिससे लाखों लोग मतदाता सूची से बाहर हो सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस प्रक्रिया के समय पर सवाल उठाए, लेकिन इसे रोकने से इनकार कर दिया।
जागरूकता अभियान और भविष्य की योजना
अररिया में जागरूकता रथों के जरिए लोगों को मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि ये रथ विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में जाकर लोगों को दस्तावेज जमा करने की जानकारी दे रहे हैं। यह प्रक्रिया 30 सितंबर तक चलेगी, जब अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित होगी।