Bihar News: डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने लालू यादव पर साधा निशाना, मानसिक स्वास्थ्य और रिटायरमेंट पर की टिप्पणी
डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने लालू यादव के मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल उठाए, रिटायरमेंट की सलाह दी, 2025 चुनाव से पहले सियासत गरमाई

Bihar News: बिहार की सियासत में एक बार फिर हलचल मच गई है। उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने लालू यादव के मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल उठाए और कहा कि अब उन्हें राजनीति से रिटायर हो जाना चाहिए। यह बयान बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले सियासी माहौल को और गर्म कर रहा है।
विजय सिन्हा ने लालू पर क्या कहा?
मुजफ्फरपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा, “लालू यादव अब मानसिक रूप से ठीक नहीं हैं। उनकी बातें और बयान बिहार की जनता को गुमराह करते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि लालू का समय अब खत्म हो चुका है और उन्हें अब आराम करना चाहिए। सिन्हा ने लालू के पुराने शासन को “जंगलराज” करार देते हुए कहा कि उस दौर में बिहार ने बहुत मुश्किलें देखीं। विजय सिन्हा ने यह भी आरोप लगाया कि लालू और उनकी पार्टी केवल अपने परिवार को आगे बढ़ाने में लगी है। उन्होंने कहा, “बिहार की जनता अब समझ चुकी है। वे विकास चाहते हैं, न कि घोटाले और भ्रष्टाचार।”
RJD ने दिया करारा जवाब
लालू यादव ने अभी तक इस बयान का कोई सीधा जवाब नहीं दिया है। लेकिन RJD के प्रवक्ता ने विजय सिन्हा के बयान को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा, “लालू जी ने हमेशा गरीबों और पिछड़ों के लिए काम किया। बीजेपी केवल चुनावी फायदा लेने के लिए ऐसे बयान दे रही है।” RJD ने यह भी दावा किया कि बिहार की जनता 2025 में बीजेपी को जवाब देगी।
बिहार चुनाव और सियासी रणनीति
2025 का बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक है। ऐसे में बीजेपी और RJD के बीच सियासी जंग तेज हो रही है। विजय सिन्हा का यह बयान बीजेपी की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें लालू और RJD को निशाना बनाकर वोटरों का ध्यान खींचा जाए। बिहार में यादव और मुस्लिम वोटर RJD का मजबूत आधार हैं, और बीजेपी इस वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश कर रही है।
क्या है जनता की राय?
इस बयान के बाद बिहार में चर्चा तेज हो गई है। कुछ लोग विजय सिन्हा के बयान का समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ इसे सियासी ड्रामा बता रहे हैं। अब देखना यह है कि यह विवाद बिहार की सियासत को किस दिशा में ले जाता है और इसका असर चुनाव में कितना पड़ता है।