Bihar Chunav News 2025: वोटर लिस्ट जांच के खिलाफ प्रदर्शन में चूक, BJP ने उड़ाया मजाक
बिहार SIR जांच के खिलाफ विपक्ष का प्रदर्शन, 'लोकतंत्र' की गलत वर्तनी ने चर्चा छेड़ी, BJP ने कहा- लिख नहीं सकते, लोकतंत्र की बात करते हैं।

Bihar Chunav News 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले मतदाता सूची में बदलाव को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को संसद के मॉनसून सत्र के दौरान विपक्षी सांसदों ने बिहार में वोटर लिस्ट की जांच (Special Intensive Revision – SIR) के खिलाफ संसद परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया। लेकिन इस प्रदर्शन में हुई एक छोटी-सी गलती ने विपक्ष को सोशल मीडिया पर मजाक का पात्र बना दिया। उनके पोस्टर में “लोकतंत्र” की जगह “लोकतंत् र” लिखा गया, जिसे देखकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जमकर चुटकी ली।
Bihar Chunav News 2025: प्रदर्शन में शामिल हुए बड़े नेता
विपक्षी दलों के इस प्रदर्शन में कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, गौरव गोगोई और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की सांसद महुआ माझी जैसे बड़े नेता शामिल थे। विपक्ष का कहना है कि बिहार में मतदाता सूची की जांच में पारदर्शिता नहीं बरती जा रही है। उनका आरोप है कि इस प्रक्रिया से कई लोगों के नाम वोटर लिस्ट से हटाए जा सकते हैं, जिससे चुनाव में धांधली हो सकती है। लेकिन उनकी यह मांग उस समय हास्य का विषय बन गई, जब उनके पोस्टर में गलत वर्तनी नजर आई।
पोस्टर की गलती बनी चर्चा का केंद्र
विपक्षी सांसदों ने संसद के मकर द्वार पर “लोकतंत्र पर वार” लिखे हुए बैनर और पोस्टर लहराए। लेकिन इनमें “लोकतंत्र” शब्द गलत तरीके से “लोकतंत् र” लिखा गया। इस चूक को सबसे पहले BJP आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने पकड़ा। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “लोकतंत्र होता है, ‘लोकतंत् र’ नहीं।” इसके बाद BJP नेताओं और समर्थकों ने विपक्ष का खूब मजाक उड़ाया। उन्होंने तंज कसा कि जो लोग “लोकतंत्र” सही से लिख नहीं सकते, वे लोकतंत्र की रक्षा की बात करते हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ मामला
यह घटना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई। कई यूजर्स ने विपक्षी दलों, खासकर इंडिया गठबंधन, पर निशाना साधा। कुछ लोगों ने इसे छोटी-सी टाइपिंग गलती बताया, तो कुछ का मानना था कि यह जानबूझकर सुर्खियां बटोरने के लिए किया गया। Zee Business ने भी अपने X पोस्ट में इस घटना का जिक्र करते हुए विपक्ष को ट्रोल किया, जिसने मामले को और हवा दी।
BJP ने लिया मौके का फायदा
BJP ने इस गलती को मौके के रूप में इस्तेमाल करते हुए विपक्ष की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए। पार्टी का कहना है कि विपक्ष बिना ठोस सबूत के मतदाता सूची जांच पर सवाल उठा रहा है। दूसरी ओर, विपक्ष का दावा है कि यह प्रक्रिया NDA को फायदा पहुंचाने के लिए की जा रही है। इस गलती ने विपक्ष के प्रदर्शन के मुख्य मुद्दे को पीछे छोड़ दिया और उनकी मंशा पर सवाल उठने लगे।
क्या थी विपक्ष की मंशा?
कई लोग मानते हैं कि यह गलती अनजाने में हुई, लेकिन कुछ का कहना है कि यह चर्चा में बने रहने की रणनीति थी। हालांकि, इस चूक ने विपक्ष के प्रदर्शन को हास्यास्पद बना दिया। यह घटना दिखाती है कि राजनीति में छोटी-सी गलती भी बड़ा मुद्दा बन सकती है। बिहार चुनाव 2025 से पहले यह विवाद और गहरा सकता है।