Air India: एयर इंडिया ने बोइंग 787 के फ्यूल कंट्रोल स्विच में कोई खराबी नहीं पाई
एयर इंडिया की जांच, बोइंग 787 फ्यूल स्विच सुरक्षित, अहमदाबाद हादसे के बाद गहन जांच जारी।

Air India: एयर इंडिया ने बुधवार को घोषणा की कि उनके बोइंग 787 विमानों के फ्यूल कंट्रोल स्विच (Fuel Control Switch) की लॉकिंग प्रणाली में कोई खराबी नहीं पाई गई है। यह जांच अहमदाबाद में हुए एक दुखद हवाई हादसे के बाद शुरू की गई थी, जिसमें 260 लोगों की जान चली गई थी। एयर इंडिया के एक अधिकारी ने बताया कि सभी बोइंग 787-8 विमानों की जांच पूरी हो चुकी है और कोई तकनीकी समस्या नहीं मिली। यह खबर यात्रियों और आम लोगों के लिए राहत की बात है, क्योंकि हादसे के बाद फ्यूल स्विच की सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठ रहे थे।
जांच का कारण और प्रक्रिया
जून 2025 में अहमदाबाद हवाई अड्डे पर एयर इंडिया की उड़ान AI171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद, प्रारंभिक जांच में पता चला कि विमान के दोनों इंजनों के फ्यूल कंट्रोल स्विच उड़ान के कुछ ही सेकंड बाद ‘रन’ से ‘कटऑफ’ स्थिति में चले गए थे। इस वजह से इंजन बंद हो गए और विमान क्रैश हो गया। इसके बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने सभी बोइंग 787 और 737 विमानों के फ्यूल स्विच लॉकिंग सिस्टम की जांच के आदेश दिए। एयर इंडिया ने तुरंत अपने सभी बोइंग 787 विमानों की जांच शुरू की और पाया कि थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल (TCM), जिसमें फ्यूल स्विच शामिल है, पहले ही बोइंग के रखरखाव शेड्यूल के अनुसार बदला जा चुका था।
Air India: यात्रियों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता
एयर इंडिया के अधिकारी ने बताया कि उनकी इंजीनियरिंग टीम ने सप्ताहांत में सभी बोइंग 787 विमानों के फ्यूल कंट्रोल स्विच की लॉकिंग प्रणाली की सावधानीपूर्वक जांच की। इस जांच में कोई खराबी नहीं मिली, जिससे यह साफ हो गया कि विमान की तकनीकी स्थिति पूरी तरह सुरक्षित है। कंपनी ने अपने पायलटों को भी सतर्क रहने और किसी भी छोटी-मोटी खराबी को तुरंत रिपोर्ट करने के निर्देश दिए हैं। एयर इंडिया ने कहा, “हमारी प्राथमिकता यात्रियों की सुरक्षा है, और हम इसके लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं।”
आगे की जांच और भविष्य के कदम
हालांकि प्रारंभिक जांच में विमान या इंजन में कोई खराबी नहीं पाई गई, लेकिन हादसे की गहन जांच अभी जारी है। विशेषज्ञों का कहना है कि फ्यूल स्विच के गलत तरीके से बंद होने का कारण पायलट की गलती, यांत्रिक खराबी या अन्य पर्यावरणीय कारक हो सकते हैं। भारत सरकार और विमानन प्राधिकरण इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और जल्द ही अंतिम रिपोर्ट जारी की जाएगी। तब तक, एयर इंडिया और अन्य एयरलाइंस अपने विमानों की नियमित जांच जारी रखेंगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।