Rail News 2025: वंदे भारत ट्रेन की रफ्तार क्यों हुई कम? रेल मंत्री ने दी सफाई
वंदे भारत की रफ्तार में कमी पर संसद में सवाल, रेल मंत्री ने ट्रैक अपग्रेडेशन और रखरखाव को बताया कारण, 80,000 किमी ट्रैक अब 110 किमी/घंटा के लिए तैयार।

Rail News 2025: देश की सबसे तेज़ ट्रेनों में शामिल वंदे भारत एक्सप्रेस की औसत गति में कमी को लेकर संसद में सवाल उठे। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस पर स्पष्ट जवाब देते हुए बताया कि ट्रेन की रफ्तार कम होने के पीछे कई कारण हैं। उन्होंने कहा कि ट्रैक की मरम्मत, सिग्नल सिस्टम और स्टेशनों पर रुकने की वजह से ट्रेन की औसत गति प्रभावित होती है।
ट्रेन की गति पर क्यों उठे सवाल?
रेलवे के आंकड़ों के अनुसार, वंदे भारत ट्रेन की औसत गति 2020-21 में 84.48 किलोमीटर प्रति घंटा थी, जो 2023-24 में घटकर 76.25 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई। राज्यसभा सांसद डॉ. फौजिया खान ने इस कमी के पीछे ट्रैक अपग्रेडेशन और बुनियादी ढांचे की कमियों को कारण बताया। उन्होंने सरकार से पूछा कि वंदे भारत को उसकी पूरी रफ्तार (160 किमी/घंटा) पर चलाने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
रेलवे ने क्या कदम उठाए?
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि पिछले 10 सालों में रेलवे ने ट्रैक को बेहतर बनाने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया है। 2014 में केवल 31,000 किलोमीटर ट्रैक 110 किमी/घंटा या उससे अधिक की गति के लिए उपयुक्त थे, जो अब बढ़कर 80,000 किलोमीटर हो गए हैं। इसके लिए 60 किलो के रेल, चौड़े कंक्रीट स्लीपर, लंबे रेल पैनल और आधुनिक मशीनों का उपयोग किया जा रहा है।
वैष्णव ने यह भी कहा कि ट्रेन की रफ्तार सिर्फ ट्रेन की तकनीक पर नहीं, बल्कि ट्रैक की स्थिति, स्टेशनों की संख्या और रखरखाव पर भी निर्भर करती है। रेलवे लगातार ट्रैक को अपग्रेड कर रहा है ताकि वंदे भारत अपनी पूरी रफ्तार से दौड़ सके।
Rail News 2025: वंदे भारत की खासियत
वंदे भारत ट्रेन को 180 किमी/घंटा की अधिकतम गति के लिए डिज़ाइन किया गया है, लेकिन यह फिलहाल 160 किमी/घंटा की रफ्तार से चलती है। यह ट्रेन अपनी आधुनिक सुविधाओं और तेज़ गति के लिए जानी जाती है। देश में 136 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं और ये लगभग पूरी क्षमता के साथ यात्रियों को सेवा दे रही हैं।
भविष्य की योजनाएं
रेलवे का लक्ष्य है कि जल्द ही ट्रैक को और बेहतर बनाया जाए ताकि वंदे भारत अपनी पूरी रफ्तार से चल सके। इसके अलावा, रेलवे बुलेट ट्रेन परियोजना पर भी काम कर रहा है, जिसका पहला प्रोटोटाइप 2026 में तैयार होगा और 2027 तक इसे शुरू करने की योजना है।