मत्स्य पालन में रोजग़ार की बढ़ रही है सम्भावनाएं, मतस्य हब बन सकता है शेखपुरा, बेरोजगार लोगों की बढ़ रही दिलचस्पी।
शेखपुरा जिले में बेरोजगार युवक अब मत्स्य पालन के क्षेत्रों में कैरियर बना रहे है। बड़े पैमाने पर तालाब की खुदाई कर मत्स्यपालन की शुरुआत की गई है। साथ ही फलदार बृक्ष भी तालाब के आसपास लगाए जा रहे हैं।बेरोजगार युवकों को सरकार द्वारा भी 90 प्रतिशत अनुदान पर ड्रिप इरिगेशन सिस्टम से जोड़ा जा रहा है। जिससे तालाब में कभी भी पानी की कमी नहीं होगी और तालाब के आसपास जो फलदार वृक्ष लगाए जा रहे हैं,उसकी सिंचाई भी होगी। मत्स्य पालन रोजगार की शुरुआत बरबीघा ब्लॉक के दरियाचक गांव के युवकों ने ग्रुप बना कर किया है। युवकों ने कहा कि मत्स्य पालन का रोजगार काफ़ी फायदेमंद है। युवकों ने कहा कि कम लागत में फायदेमंद रोजगार है।
अब रोजगार की तालाश में कहीं महानगर की ओर जाने की जरूरत नहीं है। वहीं सिंचाई व्यवस्था ड्रिप बोरिंग का कार्य करने बाले कर्मी ने कहा कि प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के तहत 90 प्रतिशत अनुदान पर सरकार मदद कर रही है।जिससे मत्स्य पालन के साथ फलदार वृक्ष एवं खेती भी किया जा सकता है। इस सिंचाई व्यवस्था से पानी की कम खर्च में ज्यादा भूमि सिंचित होगा।